श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने उन मीडिया रिपोर्टो को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री महिन्दा राजपक्षे ओर उनके परिवार ने भारत में शरण ली है। एक ट्वीट में उच्चायोग ने इन खबरों को बे-बुनियादी बताते हुए कहा है कि ये खबरें फर्जी हैं। उच्चायोग ने मीडिया और सोशल मीडिया की इन खबरों का भी खंडन किया है कि भारत, श्रीलंका में अपनी सेनायें भेज रहा है।
भारत ने कल कहा था कि वह श्रीलंका के लोकतंत्र, स्थिरता और आर्थिक सुधार का पूरा समर्थन करता है। श्रीलंका के घटनाक्रम पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत ने अपनी पडोसी पहले नीति को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष श्रीलंका को तीन अरब 50 करोड डॉलर से अधिक की राशि दी है।