बर्लिन में भारतीय दूतावास ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर कल “बोस 125” नाम से विशेष प्रदर्शनी के शुभारंभ के साथ पराक्रम दिवस मनाया।
जर्मनी में भारत के राजदूत हरीश पार्वथनेनी और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पुत्री प्रोफेसर डॉ अनीता बोस फाफ ने दूतावास में प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इसमें नेताजी के दुर्लभ, व्यक्तिगत पत्र और यादगार वस्तुओ को प्रदर्शित किया गया है।
डॉ बोस फाफ ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के साथ गणतंत्र दिवस समारोह शुरू करने के भारत सरकार के फैसले की सराहना की और इस अवसर पर भारत के लोगों को बधाई दी। श्री हरीश पार्वथनेनी ने कहा कि भारत के स्वाधीनता संग्राम में नेताजी बोस की भूमिका के लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा।