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कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश एकजुट होकर लड़ रहा है। आप भी हमारे साथ सुरक्षा और बचाव के तीन आसान एहतियाती उपायों का संकल्प लें।
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किसान आंदोलन पर विचार-विमर्श करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के आवास पर बैठक की। इससे पहले आज सवेरे संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार किसान नेताओं से बातचीत करने को तैयार है और उन्हें आज दोपहर बाद 3 बजे इसके लिए आमंत्रित किया गया है।
पहले चरण में मौजूद किसान नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत करने के बाद आंदोलन को समाप्त करने के लिए किसान नेताओं को निमंत्रण दिया गया है। नये कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठन आंदोलन कर रहे हैं। नये कृषि सुधारों के संबंध में सरकार किसानों को आश्वस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य के संबंध में व्याप्त अफवाहों को दूर करने की कोशिश करेगी। केंद्र सरकार फिर किसानों को आश्वस्त करना चाहती है कि नये कृषि सुधार का उद्देश्य उनकी आय को दोगुना करना, न्यूनतम समर्थन मूल्य और मंडियों को बनाए रखना है। सरकार किसानों से यह भी अनुरोध करेगी कि वे नये कृषि सुधारों को लेकर व्याप्त अफवाहों पर ध्यान न दें। सुपर्णा सैकिया की रिपोर्ट के साथ समाचार कक्ष से नईम अखतर।
कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि पहले दौर की बातचीत में जिन किसान नेताओं ने हिस्सा लिया था उन्हें वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया है।
आज तीन बजे सभी किसनों को बुलाया है। जो किसान यूनियन के नेताओं से पिछली बार बातचीत हुई थी, उन सब लोगों को आंमत्रण भेजा है। आज वो आएंगे, तो हम जरूर बातचीत करेंगे। हमने हमेशा कहा है कि सरकार चर्चा के लिए हमेशा तैयार है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों को आश्वासन दिया है कि नए कृषि संबंधी सुधार उनके विकास के लिए लाए गए हैं। उत्तर प्रदेश में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कल एक सभा में उन्होंने कहा कि सरकार न केवल किसानों को नए बाजार के अवसर प्रदान करना चाहती है बल्कि मंडी व्यवस्था को भी मजबूत बनाना चाहती है। श्री मोदी ने कहा कि सरकार कृषि सुधारों के साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य व्यवस्था जारी रखेगी। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि नए कृषि सुधारों ने किसानों को नए विकल्प और नई कानूनी सुरक्षा प्रदान की है और अगर कोई पुरानी प्रणाली जारी रखना चाहता है, तो वह भी उपलब्ध है।
नए कृषि सुधारों से किसानों को नए विकल्प और नए कानूनी संरक्षण ही तो दिए गए हैं। पहले तो मंडी के बाहर हुए लेनदेन ही गैरकानूनी माने जाते थे। ऐसे में छोटे किसानों के साथ अक्सर धोखा होता था, विवाद होते थे। क्योंकि छोटा किसान तो मंडी पहुंच ही नहीं पाता था। अब ऐसा नहीं है। अब छोटे से छोटा किसान भी मंडी से बाहर हुए हर सौदे को लेकर कानूनी कार्यवाही कर सकता है। यानी किसान को अब छल से, धोखे से बचाने के लिए कानूनी संरक्षण भी मिला है।
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नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में कृषि क्षेत्र में बदलाव लाने और किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कई उपाय किए हैं। सरकार ने हाल ही में इस दिशा में नए कृषि अधिनियमों को लागू किया है जिनमें किसान उत्पादन व्यापार और वाणिज्य अधिनियम, 2020 और मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम, 2020 शामिल हैं। एक रिपोर्ट -
किसान उपज, व्यापार और वाणिज्य संवर्धन और सुविधा अधिनियम 2020 का मुख्य उद्देश्य उन बिचौलियों को समाप्त करना है, जिन्होंने किसानों के अधिकांश उत्पादक आय को कम किया है। इस ऐतिहासिक कानून की वजह से कृषि मंडियों में फलने-फूलने वाले ऐसे बिचौलियों पर सरकार ने गहरा आघात पहुंचाया है। कृषि और किसान की आय से सीधे-सीधे संबंध रखने वाले संसद द्वारा पारित तीन पथ प्रदर्शक कानूनों की वजह से देश में किसान पहली बार अपनी उपज को बेहतर कीमत पर बेचने की स्वतंत्रता पा चुका है। किसान अब अपने कृषि उत्पाद के संबंध में खेती के पहले भी करार करने के लिए मुक्त है। वहीं दूसरी ओर फसल कटने के बाद अब वहां अनाज सीधे-सीधे फैक्ट्री, गोदाम या कुल स्टोरेज में भी बेच सकता है। समयानुकूल जरूरतों के अनुरुप इन कानूनों के प्रावधान के अंतर्गत किसान अब अपनी ऊपज ऑनलाइन व्यापार के माध्यम से भी देश के किसी कोने में बेच सकता है। इसी के अंतर्गत किसान संगठनों और निजी कंपनियों द्वारा इलैक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म स्थापित करने की सुविधा भी प्रदान की गई है। इन सबके अलावा नये विधान कृषि उत्पाद संबंधित न्यूनतम समर्थन मूल्य की मौजूदा व्यवस्था और कृषि मंडियों की मौजूदा प्रणाली को किसी भी तरह से संशोधित किए बगैर किसानों को नई व्यवस्था चुनने का विशेषाधिकार देते हैं। आकाशवाणी समाचार के लिए आनंद चतुर्वेदी, दिल्ली।
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जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद चुनाव के दूसरे चरण में 43 क्षेत्रों में मतदान जारी है। इसमें से 25 क्षेत्र कश्मीर घाटी और 18 जम्मू के हैं। इस चरण में सात लाख 90 हजार से अधिक मतदाता 321 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। सरपंच पद के 83 और पंच के 331 रिक्त सीटों के लिए भी उप-चुनाव हो रहा है। हमारे श्रीनगर संवाददाता ने बताया है कि कड़ाके की ठंड के बावजूद कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र में मतदाताओं की लम्बी कतारें लगी हुई हैं और लोग मतदान करने के लिए उत्साहित हैं। दिन के 11 बजे तक 23 दशमलव छह-सात प्रतिशत मतदान होने की खबर है। राज्य चुनाव आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कश्मीर घाटी के कुपवाड़ा में 16 प्रतिशत जबकि श्रीनगर में 18 दशमलव दो-छह प्रतिशत मतदान हुआ और जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ में 28 दशमलव चार-सात प्रतिशत जबकि डोडा में 35 दशमलव आठ-छह प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। जिला विकास परिषद के आठ चरण में होने वाले चुनाव के पहले चरण में शनिवार को केंद्र शासित प्रदेश में 52 प्रतिशत मतदान हुआ था। अनुच्छेद 370 हटाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद जिला विकास परिषद का यह पहला चुनाव है।
उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 11 स्नातक और शिक्षक सीटों के द्विवार्षिक चुनाव के लिए मतदान जारी है। मतदान सवेरे 8 बजे शुरू हुआ, जो शाम 5 बजे तक चलेगा। अब तक किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। मतगणना 3 दिसंबर को होगी। चुनाव आयोग के अनुसार, दोपहर 12 बजे तक 20 दशमलव तीन-छह प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे अधिक 29 दशमलव एक-चार प्रतिशत मतदान बरेली - मुरादाबाद शिक्षक खंड में जबकि सबसे कम 11 दशमलव पांच-सात प्रतिशत आगरा - स्नातक खंड में हुआ। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं और मतदान समाप्त होने तक शराब की दुकानें बंद कर दी गईं हैं। मतदान के दौरान कोविड-19 के दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।
जिन 11 सीटों के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं उनमें से 5 खंड स्नातक और छह सीटें खंड शिक्षक क्षेत्र की हैं। खंड स्नातक क्षेत्र की सीटें हैं- लखनऊ, आगरा, मेरठ, वाराणसी और इलाहाबाद - झांसी। शिक्षक क्षेत्र की सीटें हैं- लखनऊ, आगरा, मेरठ, वाराणसी, बरेली- मुरादाबाद और गोरखपुर- फैजाबाद क्षेत्र। चुनाव में पंजीकृत स्नातक मतदाता खंड स्नातक सीट के लिए और पंजीकृत अध्यापक मतदाता खंड शिक्षक क्षेत्र की सीट के लिए वोट डालते हैं। इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को छोड़कर सभी बड़ी पार्टियों भाजपा, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं। कुल 199 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। सबसे ज्यादा 30 उम्मीदवार मेरठ खंड स्नातक सीट पर हैं वहीं सबसे कम 11 उम्मीदवार लखनऊ खंड शिक्षक सीट से चुनाव में हैं। एमएस यादव आकाशवाणी समाचार लखनऊ।
महाराष्ट्र में राज्य विधान परिषद के शिक्षक और स्तानक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान जारी है। ये मतदान पुणे, नागपुर और औरंगाबाद डिविजन के अंतर्गत पड़ने वाले स्नातक क्षेत्रों तथा पुणे और अमरावती डिविजन के अंतर्गत आने वाले शिक्षक क्षेत्रों के लिए हो रहा है। ब्यौरा हमारे संवाददाता से-
महाराष्टृ विधान परिषद के नागपुर विभाग स्नातक चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया आज सुबह 8:00 बजे से कोविड प्रतिबंधात्मक निर्देशों का पालन करते हुए शुरु हो गई। जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, नागपुर जिला के पालकमंत्री डॉ. नितिन राऊत तथा राज्य के विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस इन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। नागपुर के 6 जिलों में होने वाले इस चुनाव में पदवीधर अपने मताधिकार का प्रयोग करके विधान परिषद के लिए विधायक चुनेंगे। आज दोपहर 12:00 बजे तक नागपुर विभाग में करीब 19 प्रतिशत तक मतदान हो चुका है। आज शाम 5 बजे तक मतदान की अवधि है। विदर्भ के अमरावती जिले में भी शिक्षक मतदार संघ के लिए मतदान जारी है। विदर्भ के इन दोनों ही जिले में सत्ताधारी पार्टी महा विकास आघाडी तथा विरोधी पक्ष भाजपा में सीधी लड़ाई है। चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। धनंजय वानखेड़े आकाशवाणी समाचार नागपुर।
बृहत्त हैदराबाद नगर निगम चुनाव के लिए मतदान जारी है। दोपहर एक बजे तक लगभग 18 प्रतिशत मतदान होने की खबर है। कोविड-19 के दिशा निर्देशों के साथ साथ कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शांतिपूर्वक चल रहा है। कुछ वार्डों में विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच तकरार और हल्की झड़प होने की खबर है। एक सौ 50 वार्डों के 74 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनमें 50 प्रतिशत महिला मतदाता हैं। मतदान शाम छह बजे तक होगा। इस चुनाव में टीआरएस एक सौ 50 जबकि भारतीय जनता पार्टी एक सौ 49 वार्डों में चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस एक सौ 46, तेलुगुदेशम पार्टी एक सौ छह, एआईएमआईएम 51 और वाम दल 51 वार्डों के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। इस चुनाव में 76 उम्मीदवार पंजीकृत दलों से और 4 सौ 15 निर्दली. प्रत्याशी के रूप में भाग ले रहे हैं।
देश ने कोविड के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए संक्रमण के नए मामलों को रोकने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। लगातार 24 दिनों से नए मामलों की संख्या प्रतिदिन 50 हजार से कम रिकार्ड की जा रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान करीब 31 हजार नए मामलों की पुष्टि हुई है, जबकि इस दौरान चार सौ बयासी लोगों की मौत हुई है। वहीं, लगभग 42 हजार संक्रमित रोगी ठीक भी हुए हैं। देश में अब तक 88 लाख 90 हजार लोग संक्रमित हुए हैं। स्वस्थ होने की दर भी बढ़ कर लगभग 94 प्रतिशत तक पहुंच गई है। देश में स्वस्थ होने वालों की संख्या संक्रमित लोगों की संख्या से करीब बीस गुणा ज्यादा है। वर्तमान में देशभर में संक्रमित लोगों की संख्या केवल चार लाख 35 हजार 603 रह गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार नए मामलों में 78 प्रतिशत संक्रमित लोग दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों से है।
पिछले 24 घंटों में देश में लगभग 9 लाख 70 हजार कोविड नमूनों की जांच की गई। इसके साथ ही कुल जांच का आंकड़ा लगभग 14 करोड़ 13 लाख 50 हजार तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि बड़ी संख्या में जांच ने कोविड की सकारात्मकता दर को 4 प्रतिशत से नीचे बनाए रखा है। देश में हो रही दैनिक जांच, विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित मानकों का पांच गुना है। देश की दैनिक कोविड जांच क्षमता 15 लाख हो गई है। इस समय देश में कोविड के नमूनों की जांच के लिए दो हजार 170 प्रयोगशालाएं हैं।
गुजरात में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड के डेढ हजार से अधिक नए रोगियों की पुष्टि हुई। राज्य में कोविड से स्वस्थ होने की दर 90 दशमलव नौ छह प्रतिशत हो गई है। एक रिपोर्ट--
भारत ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई में दुनिया के अन्य देशों की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है। इस संबंध में सबसे अच्छा मानदंड 10 लाख आबादी के सामने संक्रमण के मामलों की संख्या और मृत्यु की संख्या है। भारत में प्रति 10 लाख की जनसंख्या पर मृत्यु की संख्या 98 है, जो कि अमेरिका, ब्राजील, फ्रांस, स्पेन, ब्रिटेन, इटली जैसे देशों की तुलना में बहुत कम है। यह कोरोना वायरस महामारी के फैलने से लेकर अब तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा समय पर उठाए गए कदमों की एक श्रृंखला के कारण है। अब, भारत दुनिया में कोविड-19 के खिलाफ टीके के विकास और उत्पादन में विश्व को नेतृत्व करने जा रहा है। देश में स्थित वैक्सीन विकास सुविधाओं पर प्रधानमंत्री की हाल की यात्रा और वैज्ञानिकों के साथ प्रधानमंत्री की बातचीत इस दिशा में एक बड़ा कदम है। 100 देशों के राजदूतों की पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट् की निर्धारित यात्रा भी इस दिशा में बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। योगेश पंड्या, आकाशवाणी समाचार, अहमदाबाद।
मिजोरम में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से 59 रोगी स्वस्थ हुए, जबकि 22 लोग संक्रमित हुए हैं। इसके साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 3 हजार 847 हो गई है। ठीक होने की दर 91 दशमलव चार-सात प्रतिशत हो गई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 3 हजार 499 रोगियों को स्वस्थ होने के बाद विभिन्न अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। इस समय राज्य में 321 रोगियों का उपचार चल रहा है।
तेलंगाना में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड के 502 नये मामलों का पता चला है। इन्हें मिलाकर राज्य में अब तक दो लाख 70 हजार से अधिक लोग संक्रमित हुए जिनमें से दो लाख 59 हजार से अधिक रोगी ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में इस संक्रमण ले तीन लोगों की मौत हो जाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़ कर एक हजार 461 हो गई है। राज्य में कल 46 हजार कोविड नमूनों की जांच की गई। हैदराबाद में पिछले 24 घंटों के दौरान एक सौ एक नये मामलों का पता चला। इसी दौरान मेदचल, मलकाजगिरी, रंगारेड्डी, करीमनगर, नलगोंडा और भद्राद्रीकोठगुदम जिलों में भी संक्रमण के कई मामलों का पता चला है।
भारत में 24 मार्च को शुरू हुए लॉकडाउन से कोविड-19 के तेजी से प्रसार को रोकने में मदद मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब पूर्ण लॉकडाउन का आह्वान किया था तब देश में लगभग 500 मामले ही थे। देश में लॉकडाउन की अवधि का उपयोग करीब 15 हजार समर्पित स्वास्थ्य सुविधाओं के निर्माण और 15 लाख से अधिक आइसोलेशन बिस्तर तैयार करने में किया गया। इसी दौरान दो लाख 70 हजार ऑक्सीजन सुविधायुक्त बिस्तर और 78 हजार आईसीयू बिस्तर भी तैयार किए गये। देश भर में सरकारी अस्पतालों में 32 हजार 400 वेंटिलेटर भी लगाए गये। एक रिपोर्ट -
भारत ने लॉकडाउन लगाने में अगर और इंतजार या देरी की होती तो यहां के हालात यूरोप और अमरीका से भी बदतर हुए होते। तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय लॉकडाउन का फैसला लिया, जो उस समय तक किसी अन्य देश ने नहीं लिया था। इसी निर्णय ने कोरोना के खिलाफ जंग में भारत को खतरनाक रास्ते पर ले जाने से बचा लिया। यह सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण समय था, जिस दौरान महामारी के इलाज के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार की गई। आकाशवाणी समाचार के लिए दिल्ली से मैं सुपर्णा सेकिया।
सर गंगा राम अस्पताल के डॉ. (लेफ्टिनेंट जनरल) वेद चतुर्वेदी ने आकाशवाणी से बातचीत में लोगों से अनुरोध किया है कि वे कचरा प्रबंधन के अंतर्गत मास्क और दस्तानों को कूड़े में फैंकने से संबंधित सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
कोई भी चीज के लिए, चाहे वो आपका कोई वेस्ट प्रोडक्ट हो, या आपके हाथों के साबुन है, एक सैनिटाइजर है और एक तीसरी चीज है जो प्लास्टिक मैटीरियल्स वगैरह को क्या करते हैं, डिस्इनफैक्ट करके फिर इनको कट करके और छोटे-छोटे प्लास्टिक के गोले बना लेते हैं। जो वेस्ट मैनेजमेंट की स्कीम है, वो हर जगह लागू है, जहां बहुत बड़ी मात्रा में उसका उपयोग हो रहा है।
आकाशवाणी का समाचार सेवा प्रभाग आज अपने फोन इन कार्यक्रम में हिंदी और अंग्रेजी में कोविड-19 पर विशेष परिचर्चा प्रसारित करेगा। लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन के प्रोफेसर डॉक्टर अनुपम प्रकाश इस चर्चा में भाग लेंगे।
राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग के निर्देशों के अनुरूप आज पुणे में बच्चों के लिए एक विशेष पुलिस स्टेशन की शुरूआत की गई। हमारी संवाददाता ने बताया कि यह पुलिस थाना बच्चों में चरित्र निर्माण का काम करेगा।
पुलिस के बारे में बच्चों के मन में डर की भावना को दूर करने के उद्देश्य से पुणे के लश्कर पुलिस स्टेशन के परिसर में शुरू किया गया बाल-सुलभ पुलिस स्टेशन, बच्चों में नैतिकता बढ़ाने की दिशा में भी काम करेगा। पुलिस लोगों की दुश्मन नहीं, बल्कि दोस्त है, ये संदेश इस अनोखे पुलिस स्टेशन के माध्यम से देने की कोशिश की जा रही है। इस पुलिस स्टेशन में बच्चों के लिए किताबें और खिलौनों का भी इंतजाम किया गया है। आईआईटी कानपुर के निदेशक डॉ. अभय करंदीकर ने इस पुलिस स्टेशन का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह पुलिस स्टेशन किशोर उम्र के बच्चों में अपराध कम करने तथा उन्हें सुधारने की दिशा में एक अनोखी पहल है। पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने कहा कि अगर ये पहल कारगर साबित होती है तो अन्य पुलिस स्टेशनों में भी इसी तर्ज पर काम किया जाएगा। माधुरी पांगे, आकाशवाणी समाचार, मुंबई।
आज विश्व एड्स दिवस है। यह दिन एड्स के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन लोगों को एच.आई.वी. के खिलाफ एकजुट होने और इस वायरस से पीडि़त लोगों की मदद करने के लिए प्रेरित करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार वर्ष 2019 में विश्वभर में तीन करोड 80 लाख लोग एच.आई.वी. से संक्रमित थे। भारत ने वर्ष 1992 में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत की थी। उसके बाद से इस संक्रमण के खिलाफ लोगों को जागरुक करने और इसकी रोकथाम की दिशा में महत्वपूर्ण काम किया गया है। आकाशवाणी समाचार को दिए गए एक विशेष साक्षात्कार में भारत में संयुक्त राष्ट्र के एड्स निदेशक, बिलाल कमारा ने एड्स की रोकथाम और नियंत्रण में भारत की भूमिका की प्रशंसा की और आने वाले वर्षों में प्राथमिकताओं को रेखांकित किया। यह साक्षात्कार आज शाम 4 बजकर 45 मिनट पर हमारे परिक्रमा कार्यक्रम में प्रसारित किया जाएगा।
सीमा सुरक्षा बल - बीएसएफ आज अपना 56वां स्थापना दिवस मना रहा है। 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के तुरंत बाद संसद में कानून बनाकर इसकी स्थापना पहली दिसंबर, 1965 में की गई थी। सीमा सुरक्षाबल के महानिदेशक राकेश अस्थाना ने समारोह को संबोधित करते हुए देश को आश्वासन दिया कि बी.एस.एफ. पाकिस्तान की नापाक घुसपैठ रोकने के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने कर्तव्य पालन के दौरान जान गंवाने वाले जवानों के परिवारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमा सुरक्षा बल के स्थापना दिवस पर उसके सभी कार्मिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि सीमा सुरक्षा बल ने देश की रक्षा और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान लोगों की मदद करने में अपने शौर्य और कर्मठता का परिचय दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को सीमा सुरक्षा बल पर गर्व है। गृहमंत्री अमित शाह ने भी बल के जवानों को उनकी सेवाओं और कर्तव्य निष्ठा के लिए नमन किया है। एक ट्वीट में श्री शाह ने कहा कि बीएसएफ ने हमेशा अपने कर्तव्यों का निर्वाहन किया है।
नगालैंड आज अपना 58वां स्थापना दिवस मना रहा है। यह पहली दिसंबर 1963 को भारत का 16वां राज्य बना। इस अवसर पर आज कोहिमा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री निफ़िउ रियो ने कहा कि राज्य ने हर क्षेत्र में अच्छी सफलता हासिल की है। कोहिमा स्थित राजभवन में नगा पीपुल्स कन्वेंशन के अध्यक्ष इम्कोंग्लिबा आओ की प्रतिमा का अनावरण किया गया।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने नगालैंड के स्थापना दिवस पर लोगों को बधाई दी है। एक ट्वीट में श्री कोविंद ने कहा कि नगालैंड में धरोहरों, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता का अनूठा समिश्रण देखने को मिलता है। उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने नगालैंड के स्थापना दिवस पर लोगों को बधाई दी है। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि नगालैंड सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत और जीवंतता के लिए जाना जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संदेश में कहा है कि नगालैंड के लोग बहादुरी और दयालुता के लिए जाने जाते हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी नगालैंड के निवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। एक ट्वीट में उन्होंने आशा जताई कि आने वाले सालों में यह सुंदर राज्य विकास की नई ऊंचाइयां छुएगा। इस अवसर पर राज्य के निवासियों को बधाई देते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि नगालैंड अपनी विविधता और परंपराओं के साथ हॉर्न बिल पक्षी और अमूर बाज के लिए भी जाना जाता है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आज ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मेराइस पेन से फोन पर बात की। एक ट्वीट में विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों समेत पारस्परिक महत्व के विषयों पर उनसे चर्चा की।
अमरीका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन आज औपचारिक रूप से अपने प्रमुख आर्थिक नीति सलाहकारों का परिचय कराएंगे। समझा जाता है कि बाइडेन अपनी इस टीम में कई महिलाओं को शीर्ष भूमिकाओं में रखेंगे। टीम के सदस्यों में आर्थिक सलाहकारों की परिषद के अध्यक्ष के रूप में प्रिंसटन विश्वविद्यालय की अर्थशास्त्री सीसिलिया राउज़ शामिल हैं। वे आर्थिक सलाहकार परिषद का नेतृत्व करने वाली पहली अश्वेत महिला होंगी। यह परिषद राष्ट्रपति को आर्थिक नीति पर सलाह देती है। अर्थशास्त्री हीथर बाउशे और जेरेड बर्नस्टीन को भी इस परिषद में शामिल किया गया है। उधर, भारतीय मूल की नीरा टंडन को प्रबंधन और बजट कार्यालय की प्रमुख के रूप में नामित किया गया है। येलेन अमरीका की पहली महिला वित्त मंत्री होंगी।
बंगाल की खाड़ी में दक्षिण-पूर्व में बना तीव्र दबाव का क्षेत्र ग्यारह किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार यह इस समय कन्याकुमारी के 900 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित था। अगले 24 घंटों में इसके चक्रवात में परिवर्तित होने और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की आशा है। इसके कल शाम या रात तक त्रिंकोमाली के पास श्रीलंका तट को पार करने और उसके बाद पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। तीन दिसंबर की सुबह तक इसके दक्षिण तमिलनाडु तट की ओर बढ़ने की संभावना है। इसकी वजह से दो से तीन दिसंबर के दौरान कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, तूतकुडी, तेंकासी, रामनाथपुरम और शिवगंगई जिलों में कई स्थानों पर तेज वर्षा होने का अनुमान जताया गया है। मछुआरों को इस दौरान समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज आसमान साफ रहेगा। तापमान 08 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। मुंबई में आसमान आमतौर पर साफ रहेगा और तापमान 24 से 35 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने के आसार हैं। चेन्नई में बादल छाए रहेंगे। कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश हो सकती है। कोलकाता में आसमान साफ रहेगा। जम्मू में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहा और अधिकतम तापमान 24 डिग्री के आस-पास रह सकता है। आसमान साफ रहेगा। श्रीनगर में भी आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। न्यूनतम तापमान शून्य से एक डिग्री सेल्सियस कम और अधिकतम 14 डिग्री सेल्सियस तक रहने के आसार हैं। लेह में शाम या रात को बादल घिर सकते हैं। पारा शून्य से 03 डिग्री सेल्सियस नीचे, जबकि अधिकतम तापमान 07 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं। गिलगित में शाम को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और तापमान शून्य से दो डिग्री नीचे और अधिकतम 13 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। मुजफ्फराबाद में शाम को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। तापमान 04 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। देहरादून और चंडीगढ़ में आमतौर पर आसमान साफ रहेगा। हैदराबाद में आसमान में धुंध के साथ आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। अहमदाबाद में आमतौर पर आसमान साफ रहेगा। पटना में आसमान साफ रहेगा। गुवाहाटी में सुबह धुंध छायी रही।
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