महान भारतीय शास्त्रीय संगीतकार और पद्म पुरस्कारों से सम्मानित उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान का आज दोपहर मुंबई में उनके आवास पर निधन हो गया। वह नवासी वर्ष के थे। उत्तर प्रदेश के बदायूं में 3 मार्च 1931 को जन्मे गुलाम मुस्तफा खान चार भाइयों और तीन बहनों के परिवार में सबसे बड़े बेटे थे। उनके माता-पिता दोनों ही संगीत पृष्ठभूमि के थे। उन्होंने अपने पिता से शास्त्रीय संगीत का बुनियादी प्रशिक्षण प्राप्त किया और बाद में अपने चचेरे भाई, उस्ताद निसार हुसैन खान से संगीत का अध्ययन और प्रशिक्षण प्राप्त किया। गुलाम मुस्तफा खान को 1991 में पद्म श्री, 2006 में पद्म भूषण और 2018 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। 2003 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। गुलाम मुस्तफा खान के आकस्मिक निधन से संगीत जगत में गहरा शोक है । सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने कहा है कि गुलाम मुस्तफा खान के निधन की खबर से उन्हें गहरा दुख हुआ है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि खान साहब न केवल एक बहुत अच्छे गायक थे बल्कि एक बहुत अच्छे इंसान भी थे।
प्रसिद्ध संगीतकार ए आर रहमान ने उन्हें सबसे प्यारे शिक्षक के रूप में याद किया। उस्ताद अमजद अली खान ने कहा है कि मुस्तफा खान के निधन से उन्हें गहरा आघात लगा है। उन्होंने ट्वीट किया कि वे हमारे देश के लोकप्रिय, सम्मानित और बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न गायक थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान के निधन पर शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने अपने शोक संदेश में कहा है कि उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान भारतीय शास्त्रीय संगीत के शिरोमणि थे। राष्ट्रपति ने कहा कि उनके निधन से संगीत की दुनिया ने ही नहीं बल्कि युवा पीढ़ी ने अपना एक संरक्षक भी खो दिया है। उन्होंने कहा कि 2018 में उस्ताद मुस्तफा खान को पद्मविभूषण से सम्मानित करते समय उन्होंने स्वयं को सम्मानित महसूस किया है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा है कि उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान साहब का निधन से हमारी सांस्कृतिक विरासत का एक स्थान रिक्त हो गया है। श्री मोदी ने कहा कि मुस्तफा खान न केवल महान संगीतज्ञ और रचनाकार थे बल्कि उनकी रचनाओं ने संगीत की कई पीढ़ियों तक उसे पहुंचाया है। श्री मोदी ने कहा कि उनके पास मुस्तफा खान साहब के साथ बातचीत की बहुत सी यादें हैं। प्रधानमंत्री ने गुलाम मुस्तफा के परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त की।