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कोविड महामारी के खिलाफ देश एकजुट होकर लड़ रहा है। आप भी हमारे साथ सुरक्षा और बचाव के तीन आसान एहतियाती उपायों का संकल्प लें।
मास्क पहनें
दो गज दूरी, है जरूरी।
सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
हाथ और मुंह साफ रखें।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत का कोविड टीकाकरण अभियान मानवीय सिद्धांतों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि इसमें उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी जिन्हें संक्रमण का सबसे अधिक खतरा है। आज दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का शुभारंभ करते हुए श्री मोदी ने कहा कि कोरोना टीका पहले उन लोगों को दिया जाएगा जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।
जिसे कोरोना संक्रमण का रिस्क सबसे ज्यादा है उसे पहले टीका लगेगा। जो हमारे डाक्टर्स हैं, नर्सिस हैं, अस्पताल में सफाई कर्मी हैं, मेडिकल-पेरामैडिकल स्टॉफ हैं वो कोरोना की वैक्सीन के सबसे पहले हकदार हैं। चाहे वो सरकारी अस्पताल में हो या फिर प्राइवेट में, सभी को ये वैक्सीन प्राथमिकता पर लगेगी। इसके बाद उन लोगों को टीका लगाया जाएगा जिन पर जरूरी सेवाओं और देश की रक्षा या कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी है।
श्री मोदी ने कहा कि टीकाकरण अभियान के पहले चरण में तीन करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में 30 करोड़ लोगों को टीके लगाए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने पिछले कई महीनों से कोरोना टीका बनाने में लगे वैज्ञानिकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इतने कम समय में देश में दो टीके तैयार करना गर्व की बात है।
एक वैक्सीन बनाने में बरसों लग जाते हैं, लेकिन इतने कम समय में एक नहीं दो-दो मेड इन इंडिया वैक्सीन तैयार हुई है। इतना ही नहीं कई और वैक्सीन पर भी काम तेज गति से चल रहा है। ये भारत के सामर्थ्य, भारत की वैज्ञानिक दक्षता, भारत के टैलेंट का जीता-जागता सबूत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में बने टीके विदेशी टीकों से सस्ते हैं, लेकिन उनकी गुणवत्ता में कोई कमी नहीं हैं।
ये भारतीय वैक्सीन विदेशी वैक्सीनों की तुलना में बहुत सस्ती हैं और इनका उपयोग भी उतना ही आसान है। विदेश में तो कुछ वैक्सीन ऐसी हैं जिसकी एक डोज पांच हजार रूपए तक में है और जिसे माइनस 70 डिग्री तापमान में फ्रिज में रखना होता है। वहीं भारत की वैक्सीन ऐसी तकनीक से बनाई गई है जो भारत में बरसो से ट्राइल और टेस्टिड है।
श्री मोदी ने कहा कि टीके की दो खुराक देना जरूरी है और इन दोनों के बीच लगभग एक महीने का अंतर होना चाहिए। टीके की दूसरी खुराक के दो सप्ताह बाद प्रतिरक्षक क्षमता विकसित हो जाएगी।
मैं सभी देशवासियों को फिर यह बात दिलाना चाहता हूं कि कोरोना वैक्सीन को दो डोज लगनी बहुत जरूरी है। एक डोज ले लिया और फिर भूल गए ऐसी गलती मत करना और जैसा एक्सपर्टस कह रहे हैं, पहली और दूसरी डोज के बीच लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा।
प्रधानमंत्री ने दवाई भी, कड़ाई भी का मंत्र दिया। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे पहली खुराक लेने के बाद मास्क का इस्तेमाल करने और सुरक्षित दूरी बनाये रखने में लापरवाही न बरतें।
टीका लगते ही आप असावधानी बरतने लगें, मॉस्क निकालकर रख दे, दो गज की दूरी भूल जाएं, ये सब मत करिएगा। मैं प्रार्थना करता हूं मत करिए और मैं आपको एक और चीज बहुत आग्रह से कहना चाहता हूं जिस तरह धैर्य के साथ आपने कोरोना का मुकाबला किया वैसे ही धैर्य अब वैक्सीनेशन के समय भी दिखाना है।
श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता के साथ कोविड महामारी से निपटा है। महामारी के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों और संक्रमण के जोखिम की आशंका वाले अन्य कर्मचारियों के सामने आई मुश्किलों का जिक्र करते हुए वे काफी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि भारत इस महामारी से जिस तरह निपटा उसकी दुनियाभर में प्रशंसा हुई है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन दिल्ली के एम्स में टीकाकरण अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए। सबसे पहले एक सफाईकर्मी को टीका लगाया गया। संस्थान के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया और नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद पॉल ने भी टीका लगवाया। डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि देश लोगों की भागीदारी के साथ कोविड के खिलाफ लड़ाई में सफल रहेगा।
एक साल से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हम सब कोविड के खिलाफ लड रहे हैं और लड़ते-लडते जंग सफलता की ओर बढ रही है। भारत के लोगों की मदद से जिन्होंने ट्रायल्स में भी कॉन्ट्रिब्यूट किया, डॉक्टरों की मदद से, इंडस्ट्री की मदद से भारतीय वैक्सीन देश के अंदर उपलब्ध हुई है और ये वैक्सीन हमारी कोविड के खिलाफ जंग में एक संजीवनी का काम करेगी।
गृह मंत्री अमित शाह ने कोविड के खिलाफ दुनिया के सबसे बडे टीकाकरण अभियान की शुरूआत पर सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी है। श्री शाह ने कहा कि देश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना के खिलाफ संघर्ष में एक महत्वपूर्ण चरण पार कर लिया है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान हमारे वैज्ञानिकों के साथ ही देश के नेतृत्व की क्षमता का परिचायक है।
भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कहा है कि दुनिया के सबसे बडे कोविड टीकाकरण की शुरूआत देश के लिए यादगार दिन है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देशवासियों को जरूरत के समय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो रही है।श्री नड्डा ने इस बडे अभियान को शुरू करने के लिए चिकित्सकों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों का आभार व्यक्त किया।
सरकार ने कहा है कि देशव्यापी टीकाकरण अभियान के पहले दिन आज एक लाख 91 हजार लोगों को टीका लगाया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय में अपर सचिव डॉक्टर मनोहर अग्नानी ने पत्रकारों को बताया कि सोलह हजार सात सौ पचपन कर्मियों के सहयोग से इस अभियान का अयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान के आज का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की बात कही। उन्होंने कहा कि कोविड टीका पूरी तरह सुरक्षित है।
सोशल मीडिया में बहुत अफवाहें फैल रही हैं, कुछ कहते हैं कि वैक्सीन के ऑरिजन में पोर्क यूज़ हुआ है। कोई ये कहता है कि वैक्सीन से लोगों की इम्पोटेंसी हो जाती है या उससे न्यूरो डैमेज हो जाता है। तो एक लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुका है। चाहे वो ट्रायल में लगा हो या वो रोल आउट में लगा हो और जो वैक्सीन यहां पर यूज हो रही हैं वो और देशों में भी यूज हो रही हैं तो कहीं भी ऐसा कोई सिग्नल भी नहीं आया है कि किसी को सीरियस एण्ड सिग्नीफिकेंट साइड इफैक्ट हुए हैं। इसलिए हमें पूरा विश्वास होना चाहिए कि ये जो वैक्सीन हैं जो हमारे साइंटिस्ट्स ने बनाई हैं, जिसपर रिसर्च हुई हैं, जिसपर सेफ्टी ट्रायल्स हुए हैं और वो जो बाहर भी यूज़ होनी हैं वो सारी सेफ हैं और उसमें कोई ऐसी घबराने वाली बात नहीं हैं।
आकाशवाणी समाचार के साथ विशेष बातचीत में दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान की कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. प्रज्ञा शुक्ला ने बताया कि टीकाकरण कार्यक्रम को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए सभी आवश्यक नियमों का पालन किया जा रहा है।
ये बहुत लंबा चला है तैयारी का वो। उसके बाद हम लोगों ने एकदम स्ट्रीकली अडियेर किया है जो भी हमको दिया गया था गाइडलाइंस और उसको फॉलो किया एक प्री वैक्सीनेशन रूम बना, वेटिंग जिसको हम वेटिंगरूम कहते हैं। उसमें घुसने से पहले ही यहां रजिस्ट्रेशन हुआ। आईडी चैक हुई। उसके बाद फिर अंदर हम गए। कोविन में हमारा रजिस्ट्रेशन हुआ और आईडी चैक हुई, उसके बाद वैक्सीन लगी और वैक्सीन के बाद हमें हाफ एन आर हमें ऑब्जर्वेशन में रखा गया। अगर हमें कोई दिक्कत होती, तो उसको रिपोर्ट करना था, जिसके लिए कि पूरा एक एडवर्स इवेंट के मैनेजमेंट का रूम बना हुआ है, जिसमें सारी एन एफ एल एक्सिस के लिए दवा, ऑक्सीजन, व्हीलचेयर, स्ट्रेचर सबकुछ है।
सामुदायिक औषधि विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर पूजा चौहान ने बताया कि टीका लगवाने के बाद उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई।
मेरा नाम डॉक्टर पूजा चौहान है। मैं कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट में मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर की पोस्ट पर काम करती हूं। आज पहले ही दिन मैंने कोरोना का वैक्सीन लिया है और तीस मिनट तक ऑब्ज़र्वेशन रूम में बैठ के मैं आई हूं। मुझे कोई भी सिमटम्स नहीं आ रहे, जैसे आप देख रहे हो। मैं बहुत ही स्वस्थ हूं और आपके सामने बात कर रही हूं। मेरा आप सबसे अनुरोध है कि आप, जब भी आपको मैसेज मिले उसी टाइम ड्यूरेशन में आप नजदीकी केंद्र में जाइए, जो आपको एलॉट किया है, वहां पे जाके आप वैक्सीन लगवाएं। मैं एज़ ए भारतीय बहुत ही गौरव फील कर रही हूं कि ये अवसर मुझे मिला और मैंने वैक्सीन ली। गवर्नमेंट ने बहुत ही अच्छी सुविधा की है। आप प्लीज जाइए और इस सुविधा का लाभ लीजिए। आप वैक्सीन लगवाइए खुद सुरक्षित रहिए। दूसरों को सलाह दो और वैक्सीन लगवाओ। थैंक्यू।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने टीकाकरण अभियान की शुरुआत को क्रांतिकारी कदम बताया है। इस अभियान की शुरूआत पर उन्होंने महामारी के दौरान स्वास्थ्य और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए प्रयासों का स्मरण किया। मुख्यमंत्री ने आज कोविड केयर सेंटर में अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को नमन करते हुए संक्रमितों के स्वस्थ होने पर राहत की सांस ली।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोनावायरस का उन्मूलन किया जाना है और ऐसा होने के लिए कोविड -19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, भले ही अब टीका आया हो, लेकिन राज्य में प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचने में इसे कुछ समय लगेगा। बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने कहा कि मुंबई में एक समय में एक करोड़ दो लाख वैक्सीन शीशियों को स्टोर करने की क्षमता है। उन्होंने कहा, नागरिक निकाय के पास 500 टीमें हैं, जो एक दिन में 50 हजार लोगों को टिका लगा सकती हैं। दूसरी ओर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, राजेश टोपे ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को महाराष्ट्र में टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, पहले चरण में आठ लाख स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाएग। उन्होंने इन स्वास्थ्य कर्मियों को इस टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की। इस बीच, चिकित्सा अधिकारियों, नर्सिंग अधिकारियों और अन्य पैरामेडिकल कर्मचारियों सहित एक सौ स्वास्थ्य कर्मचारियों को आईएनएचएस अश्विनी में पहले दिन टीका लगाया गया। कुणाल शिंदे, आकाशवाणी समाचार, मुंबई।
राजधानी दिल्ली में भी कोविड टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने एलएनजेपी अस्पताल के टीकाकरण केंद्र का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। दिल्ली सरकार ने टीकाकरण की सभी तैयारियां पूरी की हैं और आज वैक्सीन लेने के बाद किसी को कोई समस्या नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञ भी वैक्सीन को पूरी तरह सुरक्षित बता रहे हैं और इसमें किसी तरह की चिंता करने की बात नहीं है। उन्होंने लोगों से वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह की अफवाह से बचने की अपील भी की।
मध्य प्रदेश में टीकाकरण अभियान की शुरूआत एक सौ पचास केंद्रों पर की गई।
मध्यप्रदेश में एक सौ पचास केंद्रों पर टीकाकरण किया गया। वैक्सीन की पहली खुराक सुरक्षा गार्ड हरिदेव यादव को भोपाल के जे.बी. अस्पताल में दी गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल के निजी अस्पताल के टीकाकरण केंद्र पहुंचे। उन्होंने लाभार्थियों से बात भी की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन भी सुना। मुख्यमंत्री चौहान ने इस अवसर पर कोरोना योद्धाओं को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि टीकाकरण केंद्रों पर सभी सावधानियां बरती गई हैं। टीका प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को आधे घंटे तक निगरानी में रखा जा रहा है। वहीं जबलपुर में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल टीकाकरण अभियान में शामिल हुए। पूजा पी. वर्धन आकाशवाणी समाचार, भोपाल।
पंजाब में चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोविड टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव, हुसन लाल ने बताया कि पंजाब में 59 जगहों पर टीकाकरण किया जा रहा है।
सिक्किम के मुख्यमंत्री पी एस तमांग और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर एम के शर्मा गंगटोक के पास एसटीएनएम अस्पताल में कोविड टीकाकरण अभियान के शुभारंभ के समय मौजूद थे। टीकाकरण अभियान पश्चिम सिक्किम के ज्ञानसिंह जिला अस्पताल में भी शुरू हुआ।
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मिजोरम में आइजोल जिले में एक स्वास्थ्य कर्मी को सबसे पहले टीका लगाया गया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर आर लालथंगलिया ने आज सुबह आइजोल सिविल अस्पताल में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस अवसर पर दिए गए संबोधन के बाद आइजोल सिविल अस्पताल के मेडिकल स्टाफ में कार्यरत 44 वर्षीय लाल मुआनपुई को टीका लगाया गया।
केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के उपराज्यपाल आर के माथुर ने लेह के हार्ट फाउंडेशन अस्पताल में कोविड टीकाकरण के पहले चरण की शुरूआत की। उपराज्यपाल ने कोविड महामारी से निपटने में चिकित्सा कर्मियों, आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाडी कर्मियों और सफाई कर्मचारियों की निस्वार्थ सेवा की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह का जिक्र करते हुए श्री माथुर ने कहा कि टीका लगाने के बाद भी लोगों को कोविड संबंधी सभी सावधानियों का पूरी तरह पालन करना चाहिए।
तेलंगाना में 140 टीकाकरण केंद्रों में चार हजार से अधिक अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य और स्वच्छता कार्यकर्ताओं को आज टीके लगाए गए। टीकाकरण की पहली खुराक हैदराबाद के गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक सफाई कर्मचारी कृष्णम्मा को दी गई। टीकाकरण अभियान के शुभारंभ के दौरान प्रधानमंत्री के निर्देशों को सुनने के बाद तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई राजेन्द्र ने दवा की पहली खुराक ली।
देश में कोविड से स्वस्थ होने की दर 96 दशमलव 56 प्रतिशत हो गई है। कल 16 हजार 9 सौ 77 मरीज स्वस्थ हुए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि स्वस्थ होने वालों की संख्या एक करोड़ एक लाख 79 हजार से अधिक हो गई है। कल कोरोना संक्रमण के 15 हजार एक सौ 58 नये मरीज सामने आये। इस समय कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या दो लाख 11 हजार 33 है। मंत्रालय ने कहा है कि देश में कोरोना से होने वाली मृत्यु दर 1 दशमलव 44 प्रतिशत है, जो वैश्विक स्तर पर बहुत कम है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज देश में उद्यमिता को बढावा देने के लिए स्टार्टअप्स के विकास की एक हजार करोड रूपये की स्टार्टअप्स इंडिया सीड फंड योजना की घोषणा की। स्टार्टअप्स इंडिया इंटरनेशनल समिट-प्रारम्भ में स्टार्टअप्स के साथ बातचीत में श्री मोदी ने कहा कि उद्यमियों के लिए शुरूआती दौर में पूंजी की आसान उपलब्धता होना बहुत जरूरी है।
स्टार्ट-अप्स को शुरुआती पूंजी उपलब्ध कराने के लिए देश एक हजार करोड़ रुपये का स्टार्ट-अप इंडिया सीड फंड लॉन्च कर रहा है। इससे नए स्टार्ट-अप शुरू करने और ग्रो करने में मदद मिलेगी। स्टार्ट-अप्स को गारंटी के जरिए डेड कैपिटल रेज़ करने में मदद मिलेगी। भारत एक ऐसा कैपिटल ईको सिस्टम बनाने का प्रयास कर रहा है, जिसका आधार स्तंभ ऑफ द यूथ, बाय द यूथ फॉर द यूथ का मंत्र हो। अब हमें अगले पांच सालों का लक्ष्य तय करना है और ये लक्ष्य होना चाहिए कि हमारे स्टार्ट-अप्स हमारे यूनीकॉन्स अब ग्लोबल जाइंट के तौर पर उभरें। फ्यूचरिस्टिक टैक्नोलॉजी के तौर पर हमारे स्टार्ट-अप्स लीड करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देशभर में 41 हजार से अधिक स्टार्टअप्स अपनी मुहिम में जुटे हुए हैं। इनमें से पांच हजार सात सौ से अधिक आईटी क्षेत्र में और तीन हजार छह सौ से अधिक स्वास्थ्य क्षेत्र में हैं। श्री मोदी ने कहा कि कृषि क्षेत्र में भी एक हजार सौ स्टार्टअप्स कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स इंडिया सीड फंड से सहायता देशभर में चुने हुए इन्क्यूबेटरों के जरिये प्राप्त की जा
प्रधानमंत्री ने कहा है कि स्टार्टअप्स में देश का भविष्य बदलने की क्षमता है। श्री मोदी ने कहा कि स्टार्टअप्स में जो आत्मविश्वास है वह कभी कम नहीं होना चाहिए और हमेशा कायम रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं की ऊर्जा और अपना भविष्य स्वयं लिखने के जुनून से दुनियाभर के लिए संभावनाओं के नए द्वार खुलेंगे।
पहले अगर कोई युवा स्टार्ट-अप शुरू करता था तो लोग कहते थे - वाय डोंट यू डू ए जॉब। वाय स्टार्ट-अप। लेकिन अब लोग कहते हैं कि जॉब इज़ ऑल राइट, बट वाय नॉट क्रिएट यूअर ओन स्टार्ट-अप। यह बदलाव बिम्सटैक देशों यानी बंगाल की खाड़ी से विकास की प्रेरणा लेने वाले - बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका, म्यामां और थाईलैंड की बहुत बड़ी ताकत है। भारत के स्टार्ट-अप्स हों या बिम्सटैक देशों के स्टार्ट-अप एक जैसी ही ऊर्जा दिख रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह शताब्दी डिजिटल क्रांति और नए जमाने के आविष्कारों की शताब्दी है। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि भविष्य की टेक्नोलॉजी, एशिया की प्रयोगशालाओं से निकलें और भावी उद्यमी यहीं से तैयार हों।
ये समय की मांग है कि भविष्य की टेक्नोलॉजी एशिया की लैब से निकले। भविष्य के एन्टरपैन्योर्स हमारे यहां से तैयार हों, इसके लिए एशिया के उन देशों को आगे आकर जिम्मेदारी लेनी होगी, जो एक साथ मिलकर काम कर सकते हैं। एक-दूसरे के लिए काम कर सकते हैं। जिनके पास संसाधन भी हों और सहयोग की भावना भी हो। इसलिए ये जिम्मेदारी स्वाभाविक रूप से हम सब बिम्सटैक देशों के पास ही आती है।
श्री मोदी ने कहा कि आज बिम्स्टेक देशों के युवा और उद्यमी कोरोना महामारी से निपटने के अपने अनुभवों के साथ इस शिखर सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं।
बिम्सटैक नेशंस की पहली स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव आयोजित हो रही है। आज स्टार्ट-अप इंडिया मूवमेंट अपने सफल पांच साल पूरे कर रहा है और आज ही भारत ने कोरोना के खिलाफ सबसे ऐतिहासिक लार्जेस्ट वैक्सिनेशन ड्राइव प्रारंभ की है। यह दिन हमारे वैज्ञानिकों, हमारे युवाओं और हमारे उद्यमियों की क्षमताओं और हमारे डॉक्टर्स, नर्सिस, हैल्थ सेक्टर के लोगों के परिश्रम और सेवाभाव का साक्षी है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई से लेकर वैक्सीन बनाने तक हम सबके जो अनुभव रहे हैं, अपने उन अनुभवों के साथ आज बिम्सटैक देशों के हमारे युवा और उद्यमी इस प्रारंभ समिट में शामिल हो रहे हैं। इसलिए ये समिट और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के सभी राज्य, स्टार्टअप्स की मदद कर रहे हैं और स्टार्टअप्स इंडिया की लहर, देश के दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों तक पहुंच गई है।
हमारे 45 प्रतिशत स्टार्ट-अप्स आज टियर-टू और टियर-थ्री शहरों में आते हैं, जो कि लोकल प्रोडक्ट्स के ब्रांड एम्बेसडर की तरह काम कर रहे हैं। आज लोगों में स्वास्थ्य और खान-पान को लेकर जो जागरूकता बढ़ी है, उसमें भी स्टार्ट-अप के लिए नए अवसर बन रहे हैं। एक तरह से आज अगर कोई एवरग्रीन सेक्टर है तो वो फूड एंड एग्रीकल्चर सेक्टर ही है। भारत में इन सेक्टर्स की ग्रोथ पर विशेष जोर दिया जा रहा है। एग्रीकल्चर से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए देश ने एक लाख करोड़ रुपये का एग्री इन्फ्रा फंड भी बनाया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज डिजिटल इंडिया की बदौलत सरकार द्वारा जरूरतमंद लोगों को भेजी गई मदद उनके बैंक खातों में सीधे पहुंच रही है। स्टार्टअप इंडिया अभियान के पांच साल पूरा होने के अवसर पर प्रधानमंत्री ने इवोल्यूशन ऑफ स्टार्टअप इन इंडिया नाम की एक पुस्तक का विमोचन भी किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल देश के विभिन्न क्षेत्रों को केवडिया से जोड़ने वाली आठ रेलगाडियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रवाना करेंगे। प्रधानमंत्री गुजरात में कई रेल परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री दाभोई-चंदोद को ब्रॉड गेज रेलवे लाइन में बदलने, चंदोद-केवडिया नई ब्रॉड गेज रेलवे लाइन, नव विद्युतीकृत प्रतापनगर-केवडिया खंड और दाभोई, चंदोद और केवडिया के नवनिर्मित रेलवे स्टेशनों के भवनों का उद्घाटन करेंगे।
गृहमंत्री अमित शाह ने आज कर्नाटक के सिमोगा जिले में भद्रावती के पास बल्लापुर में रैपिड एक्शन फोर्स सेंटर की आधारशिला रखी। पचास एकड में फैले इस परिसर में प्रशिक्षण केंद्र के अलावा प्रशासनिक ब्लॉक, स्टेडियम और एक केंद्रीय विद्यालय भी बनाया जाएगा। इस अवसर पर गृहमंत्री ने दंगों पर काबू पाने, विद्रोही गतिविधियों से निपटने और धार्मिक आयोजनों के दौरान भीड के प्रबंधन में रैपिड एक्शन फोर्स की महत्वपूर्ण भूमिका का जिक्र किया। श्री शाह ने बताया कि पुलिस कर्मियों के लिए अनुग्रह राशि भी बढाकर 50 लाख रूपये कर दी गई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज लखनऊ में सेना की केन्द्रीय कमान के अस्पताल के आधुनिकतम भवन की आधारशिला रखी।
लखनऊ स्थित कमांड अस्पताल का यह नया भवन 40 एकड़ भूमि में बनाया जाएगा जिसपर 425 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आएगी। भवन के 6 ब्लॉक होंगे जिनमें 3 से 9 मंजिला इमारत होगी और हर इमारत में 4 विंग होंगे। इस अस्पताल में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव-आईएफएफआई के 51 वें संस्करण का शुभारंभ आज गोवा में पणजी के पास श्यामा प्रसाद स्टेडियम में एक रंगारंग समारोह में किया गया। इस अवसर पर सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर, गोवा के मुख्यमंत्री डॉक्टर प्रमोद सावंत और मुख्य अतिथि प्रसिद्ध कन्नड़ अभिनेता सुदीप उपस्थित थे।
श्री जावड़ेकर ने कहा कि भारत और बांग्लादेश मिलकर एक फिल्म बंग-बंधु बनाने पर काम कर रहे हैं। यह फिल्म शेख मुजीबुर्रहमान के जीवन और कार्य पर आधारित होगी । अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोतस्व में इस वर्ष बांग्लादेश फोकस देश है।
भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन को बिहार विधान परिषद के चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है। आज पार्टी ने बिहार और उत्तर प्रदेश विधान परिषद के लिए नामों की घोषणा की । उत्तर प्रदेश विधान परिषद के लिए राज्य के उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह सहित छह उम्मीदवार है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने हरित और स्वच्छ ऊर्जा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए महीने भर चलने वाले जन जागरूकता अभियान सक्षम का आज शुभारंभ किया। यह देशव्यापी अभियान स्वच्छ ईंधन को अपनाने पर केंद्रित रहेगा। यह उन सात प्राथमिकताओँ के बारे में जागरूकता फैलाएगा जिनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में जिक्र किया था। इनमें गैस आधारित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ना, जीवाश्म ईंधन का स्वच्छ उपयोग करना, जैव स्रोतों को चलाने के लिए घरेलू स्रोतों पर अधिक निर्भरता और इलेक्ट्रिक वाहनों का बढ़ता उपयोग शामिल हैं।
रेल मंत्रालय ने आज खनिज लोहे के परिवहन के लिए मालगाडियों के आवंटन की नई नीति जारी की। इसका उद्देश्य ग्राहकों की वर्तमान आवश्यकताओं का ध्यान रखना और उनकी परिवहन संबंधी समूची आवश्यकताओं को पूरा करना है। नई नीति से इस्पात उद्योग को प्रतिस्पर्धी चुनौतियों से निपटने के लिए परिवहन संबंधी सहायता उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। नई नीति को लौह खनिज नीति-2021नाम दिया गया है और यह इस वर्ष दस फरवरी से लागू हो जाएगी।
इस्पात का उत्पादन काफी हद तक खनिज लोहे और इसे बनाने में काम आने वाली अन्य सामग्री के परिवहन पर निर्भर है। नई नीति में ग्राहकों की जरूरतें पूरा करने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इसमें माल लादने और उतारने वाले स्थानों पर बुनियादी ढांचे संबंधी उपलब्ध सुविधाओं का पूरा लाभ उठाने की बात भी कही गई है।
रेल मंत्रालय ने कहा है कि खनिज लोहा रेलवे द्वारा ढोयी जाने वाली दूसरी सबसे महत्वपूर्ण सामग्री है। 2019-2020 में रेलवे ने एक अरब 21 करोड टन की जो कुल मालढुलाई की उसमें से खनिज लोहे और इस्पात का हिस्सा करीब 17 प्रतिशत था। नई नीति का इस्पात उद्योग पर अच्छा असर पडने की संभावना है। इससे अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण बुनियादी क्षेत्र को जोरदार बढावा मिलेगा और देश के आर्थिक विकास में तेजी आएगी।
नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली ने कोविड टीका विकसित करने में सफलता के लिए भारत को शुभकामनाएं दी हैं। श्री ग्यावली ने आज नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। उन्होंने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध सुदृढ़ करने की इच्छा व्यक्त की।
बैठक के दौरान रक्षा मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत-नेपाल संबंध दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी रिश्तों पर आधारित हैं। दोनों नेताओं ने भारत और नेपाल की सेनाओं के बीच घनिष्ठ संपर्क पर भी संतोष व्यक्त किया। प्रदीप कुमार भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की बैठक में भाग लेने के लिए भारत के दौरे पर हैं।
ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया के साथ चौथे क्रिकेट टैस्ट मैच के दूसरे दिन भारत ने पहली पारी में दो विकेट पर 62 रन बना लिए थे। वर्षा से बाधित मैच में कप्तान राहाणे दो रन और पुजारा आठ रन बनाकर क्रीज पर हैं। रोहित शर्मा 44 रन और शुभमन गिल सात रन बनाकर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में तीन सौ उन्हत्तर रन बनाए। शारदुल ठाकुर, टी. नटराजन और वाशिंग्टन सुंदर ने 3-3 विकेट लिये।