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कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश एकजुट होकर लड़ रहा है। आप भी हमारे साथ सुरक्षा और बचाव के तीन आसान एहतियाती उपायों का संकल्प लें।
मास्क पहने
दो गज दूरी, है जरूरी-सुरक्षित दूरी बनाए रखें
हाथ और मुंह साफ रखें।
बंगाल की खाड़ी से उठा भीषण चक्रवाती तूफान निवार ने आज शाम से तमिलनाडु में गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप धारण कर लिया है। इसके प्रभाव से चेन्नई और इसके उपनगरों तथा राज्य के कई अन्य जिलों में लगातार भारी बारिश और तेज़ हवाएं चल रही हैं।
ये मध्यरात्रि के बाद तमिलनाडु और पुद्दुचेरी के तटीय इलाकों कराईकल और मामल्लपुरम के बीच पहुंच सकता है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम तेजी से जारी। मौसम विभाग के अनुसार बीते छह घंटों के दौरान तूफान 11 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। अभी यह पुड्डुचेरी के दक्षिण पूर्व में 120 किमी और कुड्डालोर के पूर्व-दक्षिण पूर्व में लगभग 110 किमी और चेन्नई के 214 किमी दक्षिण, दक्षिण-पूर्व की दूरी पर स्थित है। अगले छह घंटों में इसके और भी भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में तेज होने की आशंका है। आज आधी रात के करीब यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़कर तमिलनाडु और पुदुचेरी के तटों को पारकर कराईकल और मामल्लपुरम पहुंच सकता है। आज आधी रात के बाद या कल तड़के यह बहुत भीषण चक्रवाती तूफान में बदल कर पुडुचेरी के आसपास पहुंच जाएगा। इसके प्रभाव से 120 से 130 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाएं चलेंगी जिसकी गति 145 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
तूफान के प्रभाव से तमिलनाडु के अधिकांश जिलों में मध्यम से भारी वर्षा हो रही है। उत्तरी चेन्नई में पिछले 24 घंटों में अधिकतम 16 सेंटीमीटर बारिश हुई। खराब मौसम के कारण मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे समुद्र में न जायें। ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन, चेन्नई मेट्रोवाटर और सभी जिला प्रशासन ने लोगों की सुविधा के लिए अलग हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। अलग-अलग नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गये हैं जो दिन-रात काम कर रहे हैं। राज्य पुलिस ने बचाव और राहत कार्यो में समन्वय के लिए जिलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। इसके अलावा, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चेन्नई में एक आपात नियंत्रण कक्ष का संचालन कर रहा है।
तमिलनाडु सरकार ने राज्य के तेरह जिलों में कल अवकाश की घोषणा की है। आज भी राज्य में अवकाश रहा। चेन्नई में मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ0 बालचंद्रन ने बताया कि यह चक्रवात यहां पहुंचने के छह घंटे के बाद कमजोर पड़ने लगेगा और इसका क्षेत्र में प्रभाव 15 घंटे तक महसूस किया जा सकेगा।
मौसम विभाग ने कहा है कि चक्रवात निवार से बडे स्तर पर नुकसान हो सकता है। मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने आकाशवाणी समाचार को यह जानकारी दी। उन्होंने विशेष बातचीत में कहा कि तूफान से भारी वर्षा, तेज हवाएं और समुद्री लहरों के खतरनाक परिणाम हो सकते हैं।
साइक्लोन निवार, मध्यरात को और अर्ली ऑवर्स के टाइम ये तट को पार करेगा। जब ये तट को पार करेगा तो ये एक वैरी सिवर साइक्रोस्टेम होगा। और इसका स्पीड 120 से 130 किलोमीटर पर ऑवर होगा, 145 किलोमीटर्स पर ऑवर होगा। ये हैवी रेनफॉल का इन्टेन्सिविटी धीरे-धीरे बढ़ेगा, जैसे साइक्लोन तट के आस-पास होगा। और कुछ इलाके में हैवी-टू-हैवी रेनफॉल के साथ-साथ आइसोलेटिड प्रोसेस में एक्सट्रीमली हैवी रेनफॉल हो सकता है, नॉर्थ तमिलनाडु एरिया पे। इसके साथ-साथ जो साउथ आन्द्रप्रदेश का इलाका है वहां भी हैवी-टू-हैवी रेलफॉल स्पेलाइड नेल्लूर और -- डिस्ट्रीक में भी एक्सट्रीमली हैवी रेनफॉल हो सकता है। 26 तारीख को ये रेनफॉल बेल्ट नॉर्थ पर शिफ्ट होगा, जिससे लैंड फॉल होने के बाद अंदर जायेगा साइक्लोन। इससे 26 तारीख को रेनॅाफल बहुत साहर डिफ्यूज़ हो जायेगा तमिलनाडु में, मगर आन्ध्रप्रदेश में ज्यादा रेनफॉल 26 तारीख को होगा।
श्री महापात्रा ने कहा कि सभी संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर हर तीन घंटे में चेतावनी जारी की जा रही है।
एन डी आर एफ में डिप्टी कमांडेंट राकेश रंजन ने आकाशवाणी समाचार से विशेष बातचीत में कहा कि सभी संबंधित एजेंसियों के साथ तालमेल बनाकर तटीय इलाकों से लोंगों को तेजी से निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए एनडीआरएफ की 25 टीमों को लगाया गया है, जिनमें से 15 तमिलनाडु में, 4 पुद्दुचेरी में और 6 आंध्र प्रदेश में तैनात हैं।
एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियां चक्रवात निवार की दिशा और स्वरूप में नज़र रख रही हैं। सभी टीमें वहां के स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर एवम् सामंजस्य में कार्य कर रही हैं जिसमें कोविड-19 के सम्बन्ध में जानकारी, साइक्लोन, इसमें क्या करें, क्या ना करें, उसके बारे में जानकारी देना और प्रभावित इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है। साथ में एनडीआरएफ ने यह भी वहां के लोगों के बीच में सूचना फैलाई है कि हमारी टीमें मौजूद हैं और जब तक यह स्थिति सामान्य ना रहेगी, उनकी सहायता में हमारी टीमें उपलब्ध हैं।
चेन्नई में आकाशवाणी की क्षेत्रीय समाचार इकाई, भीषण चक्रवाती तूफान निवार को देखते हुए विशेष समाचार बुलेटिन प्रसारित कर रही है। पांच-पांच मिनट के ये बुलेटिन हर आधे धंटे में प्रसारित किये जा रहे है। ये विशेष बुलेटिन आज शाम 5 बजे से शुरू किए गए हैं और कल सुबह 6 बजे तक प्रसारित किए जायेंगे। इन समाचार बुलेटिनों को एफएम रेनबो और प्राइम चैनल से प्रसारित किया जा रहा है। तमिलनाडु में तूफान के कारण अधिकतर इलाकों में बिजली गुल हो जाने की आशंका और रेडियो समाचारों की विश्वसनीयता का प्रमुख स्रोत होने के कारण रेडियो समाचार कहीं भी किसी भी परिस्थिति में सुने जा सकते हैं।
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने नेशनल इनवेस्टमेंट एण्ड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड--एन.आई.आई.एफ. द्वारा प्रायोजित ऋण प्लेटफार्म में छह हजार करोड़ रुपये के पूंजी निवेश की मंजूरी दी है। एन.आई.आई.एफ. निधि दो कंपनियों असीम इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस लिमिटेड और एन.आई.आई.एफ. इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस लिमिटेड से मिलकर बनी है। वित्त मंत्री ने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए सरकार के प्रोत्साहन पैकेज के तहत 12 नवम्बर को आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत जिन 12 उपायों की घोषणा की थी, यह उनमें से एक है। मंत्रिमंडल के फैसलों के बारे में जानकारी देते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने बताया कि एन.आई.आई.एफ. इंफ्रास्ट्रक्चर डेट फाइनेंसिंग प्लेटफार्म अगले पांच वर्ष में अवसंरचना क्षेत्र को करीब एक लाख करोड़ रूपए का ऋण उपलब्ध करायेगा।
मंत्रिमंडल ने लक्ष्मी विलास बैंक के डी.बी.एस. बैंक इंडिया लिमिटेड के साथ विलय की योजना को भी मंजूरी दी। श्री जावडेकर ने कहा कि इससे बैंक के खातेदारों पर अपनी जमा राशि की निकासी पर लगी पाबंदी दूर हो जाएगी।
श्री जावडे़कर ने कहा कि विलय की प्रक्रिया तेजी से पूरा करने और लक्ष्मी विलास बैंक की समस्या के समाधान से बैंकिंग प्रणाली में सुधार होगा और बैंक के खातेदारों तथा वित्तीय प्रणाली, दोनों के हितों की रक्षा हो सकेगी।
लक्ष्मी विलास बैंक के ग्राहक और खातेदार 27 नवम्बर से डी.बी.एस. बैंक इंडिया लिमिटेड के ग्राहक के रूप में अपने खातों में लेन-देन कर सकेंगे। लक्ष्मी विलास बैंक से लेन-देन पर लगी रोक उसी दिन से समाप्त हो जायेगी।
श्री जावड़ेकर ने बताया कि मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने मेसर्स ए.टी.सी. टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड में मेसर्स ए.टी.सी. एशिया पैसिफिक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा दो हजार 480 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी है। इससे देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढावा मिलेगा और आर्थिक विकास के साथ-साथ नवाचार में भी प्रगति होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत अपनी सांस्क़ृतिक और आर्थिक शक्ति का उपयोग करके विश्वभर में देश की छवि को उसी तरह सुदृढ कर सकता है, जैसे योग के माध्यम से किया है। प्रधानमंत्री ने यह बात आज शाम लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित करते हुए कही।
भारत की सॉफ्ट पावर, अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत की छवि मजबूत करने में बहुत सहायक है। हमने देखा है पूरी दुनिया में योग की ताकत क्या है। कोई योग कहता होगा, कोई योगा कहता होगा, लेकिन पूरे विश्व को, योग को अपना एक प्रकार से जीवन के हिस्सा बनाने के लिये प्रेरित कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय मात्र उच्च शिक्षा के केन्द्र नहीं हैं, बल्कि वे चरित्र-निर्माण और प्रेरणा देने वाले शक्ति-केन्द्र भी हैं।
यूनिवर्सिटी सिर्फ उच्च शिक्षा का केन्द्र भर नहीं होती। ये, उंचे लक्ष्यों, उंचे संकल्पों को साधने की शक्ति को हांसिल करने का भी एक बहुत बड़ा पावर हाउस होता है। एक बहुत कड़ी उर्जा भूमि होती है, प्रेरणा भूमि होती है। यहां हमारे कैरेक्टर के निर्माण का, हमारे भीतर की ताकत को जगाने की प्रेरणा फैली हुई है।
श्री मोदी ने कहा कि सौ वर्ष का समय सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है इसके साथ अपार उपलब्धियों का एक जीता-जागता इतिहास जुड़ा है।
आज हम देख रहे हैं कि देश के नागरिक कितने संयम के साथ कोरोना की इस मुश्किल चुनौती का सामना कर रहे हैं। देश को आगे बढ़ा रहे हैं। देश को प्रेरित करने वाले हैं। प्रोत्साहित करने वाले हैं। नागरिकों का निर्माण, शिक्षा के एैसे ही संस्थानों में ही होता है। लखनउ यूनिवर्सिटी दशकों से अपने इस काम को बखूबी निभा रही है। कोरोना के समय में भी यहां के छात्र-छात्राओं ने टीचर से अनेक प्रकार के समाधान समाज को दिये हैं।
श्री मोदी ने कहा कि लंबे समय से हमने अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग नहीं किया है और शासन के मामले में भी यह बात लागू होती है।
रायबरेली स्थित रेल डिब्बा कारखाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इस कारखाने की क्षमता का सही इस्तेमाल करते हुए कुछ ही महीनों में इसमें रेल डिब्बे बनाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि अब बहुत जल्द यह कारखाना रेल डिब्बों के निर्माण का वैश्विक केन्द्र बन जायेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इच्छाशक्ति से स्थितियों को किस तरह बदला जा सकता है इसकी मिसाल देश में यूरिया उत्पादन में देखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि यूरिया का उत्पादन पहले भी किया जा रहा था, लेकिन नीम लेपित यूरिया के उत्पादन से किसानों को इसका पूरा फायदा मिलने लगा। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तर प्रदेश में बंद पड़े कई कारखानों को टेक्नॉलोजी की मदद से फिर से शुरू करना चाहती है।
कोरोना महामारी के प्रकोप के दौरान विद्यार्थियों और शिक्षकों की भूमिका की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालयों को अपना ध्यान अनुसंधान, ब्रान्ड के रूप में अपनी छवि निखारने और अपने कार्य क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जिलों के स्थानीय उत्पादों का मूल्य संवर्धन करने पर केन्द्रित करना चाहिए। इससे सरकार को नीतियां बनाने में मदद मिलेगी और एक जिला एक उत्पाद कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जा सकेगा।
मेरा सुझाव है कि जिन जिलों तक आपका शैक्षणिक दायरा हैं, वहां की लोकल विधाओं, वहां के लोकल उत्पादों से जुड़े कोर्सेज़, उसके लिये अनुकूल स्किल डेवलपमेंट, उसकी हर बारिकी से एनालाएसिज़, ये हमारी यूनिवर्सिटी में क्यों ना हों। वहां उन उत्पादकों के प्रोडक्ट्स से लेकर उनमें वैल्यू एैडिशन के लिये आधुनिक समाधानों, आधुनिक टैक्नोलॉजी पर रिसर्च भी हमारी यूनिवर्सिटी कर सकती है।
प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों और शिक्षकों से नई शिक्षा नीति पर बहस करने का भी आह्वान किया। उन्होंने सुझाव दिया कि विद्यार्थी अंतर्मन्थन के लिए समय निकालें और अपने बारे में चिंतन करें।
1947 से ले कर के 2047, आजादी के सौ साल आयेंगे। मैं लखनउ युनिवर्सिटी से आग्रह करूंगा, इसके नीति-निर्धारकों से आग्रह करूंगा कि मंथन कीजिये और 2047, जब देश आजादी के सौ साल मनायेगा तब लखनउ यूनिवर्सिटी कहां होगी। तब लखनउ यूनिवर्सिटी ने आने वाले 25 साल में देश को क्या दिया होगा। देश की कौन सी आवशयक्ताओं की पूर्ति के लिये लखनउ यूनिवर्सिटी नेतृत्व करेगी। बडे संकल्प के साथ, नये हौंसले के साथ, जब आप शताब्दी मना रहे हैं तो बीते हुए दिनों की गाथायें, आने वाले दिनों के लिये प्रेरणा बननी चाहिये और तेज गति से आगे बढ़ने की नई उर्जा मिलनी चाहिये।
श्री मोदी ने इसी सिलसिले में लखनऊ विश्वविद्यालय के एक पूर्व छात्र और जान-माने कवि प्रदीप की कविता की कुछ पंक्तियों का भी उल्लेख किया:-
कभी-कभी खुद से बात करो,
कभी खुद से बोलो,
अपनी नज़र में तुम क्या हो,
ये मन के तराजू पर तोलो।
श्री मोदी ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शताब्दी स्मारक सिक्के का अनावरण किया और भारतीय डाक विभाग का विशेष स्मारक डाक टिकट तथा प्रथम दिवस आवरण जारी किया। रक्षा मंत्री और स्थानीय सांसद राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कार्यक्रम में हिस्सा लिया। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति आलोक कुमार ने बताया कि शताब्दी वर्ष के दौरान कई पहल की गई हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि जनता की अपेक्षाओं को पूरा करना जन-प्रतिनिधियों और लोकतांत्रिक संस्थानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। गुजरात के केवडिया में आज पीठासीन अधिकारियों के 80वें अखिल भारतीय दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि जन-प्रतिनिधियों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे लोकतंत्र के सिद्धांतों के प्रति हमेशा ईमानदार रहें।
सम्मेलन का विषय है - विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सौहार्द्रपूर्ण समन्वय - गतिशील लोकतंत्र की कुंजी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल संविधान दिवस के अवसर पर सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह ने आज India@75 पर राष्ट्रीय कार्यान्वयन समिति की पहली बैठक की अध्यक्षता की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल भी बैठक में शामिल हुए।
विद्युत, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री राजकुमार सिंह ने कहा है कि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में देश का प्रदर्शन सराहनीय रहा है और इस क्षेत्र में काम करने वाली दुनिया की बड़ी कम्पनियां भारत में निवेश की इच्छुक हैं। नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश से संबंधित तीसरी री-इन्वेस्ट-2020 प्रदर्शनी के बारे में आकाशवाणी से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि पिछले 6 वर्षों के दौरान देश में इस क्षेत्र में 64 बिलियन डॉलर का विदेशी निवेश हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल वर्चुअल माध्यम से इस प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। दो दिन तक चलने वाली इस वर्चुअल प्रदर्शनी में विश्व की कई बड़ी कम्पनियां नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अपनी आधुनिकतम प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करेंगी।
गृह मंत्रालय ने कोविड की निगरानी, रोकथाम और सावधानी के संबंध में नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जो पहली दिसम्बर से प्रभावी होंगे और 31 दिसंबर तक लागू रहेंगे।
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्धारित दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए जिला अधिकारियों द्वारा कंटेन्मेंट जोन का सावधानीपूर्वक सीमांकन सुनिश्चित करना होगा। संबंधित जिला अधिकारियों और राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को कंटेन्मेंट ज़ोन की सूची वेबसाइट पर अधिसूचित करनी होगी। यह सूची स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ भी साझा करनी होगी।
कंटेन्मेंट जोन के भीतर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्धारित रोकथाम के उपायों की जांच की जाएगी। कंटेन्मेंट जोन में केवल आवश्यक गतिविधियों की ही अनुमति दी जाएगी। चिकित्सा आपात स्थिति और आवश्यक वस्तुओं तथा सेवाओं की आपूर्ति को बनाए रखने के लिए इन क्षेत्रों में या उससे बाहर के लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित होगी। इस उद्देश्य के लिए गठित निगरानी दल आवासीय इलाकों में कड़ी निगरानी रखेंगे। निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।
स्थानीय जिला, पुलिस और नगरपालिका के अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि निर्धारित कंटेन्मेंट जोन में दिशानिदेशों का कड़ाई से पालन हो और राज्य तथा केंद्रशासित प्रदेश की सरकारें इस संबंध में संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करेंगी।
राज्य और केन्द्रशासित प्रदेश, स्थिति का आकलन करने के बाद कोविड महामारी के फैलाव को रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर रात के कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगा सकते हैं। लेकिन वे केन्द्र सरकार से परामर्श के बिना कन्टेंमेंट जोन के बाहर के इलाकों में स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन लागू नहीं करेंगे।
आम लोगों और सामान के एक राज्य से दूसरे राज्य तथा एक राज्य के भीतर आने-जाने और लाने ले जाने पर कोई पाबंदी नहीं होगी।
इन दिशानिर्देशों का मुख्य उद्देश्य देश में कोविड के प्रसार पर काबू पाने के लिए किए गए कार्यो पर ध्यान केन्द्रित करना और प्राप्त लक्ष्यों को प्रदर्शित करना है। हाल के दिनों में कुछ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में नए मामलों में हुई वृद्धि को ध्यान में रखते हुए इस बात पर जोर दिया गया है कि महामारी पर नियंत्रण रखने के लिए पूरी सावधानी और निर्धारित रणनीति का सख्ती से पालन किया जाए।
भारत ने कोविड के खिलाफ लडाई में कीर्तिमान स्थापित किया है। संक्रमण के नए मामले लगातार 18वें दिन प्रतिदिन पचास हजार से नीचे दर्ज किए गए। पिछले 24 घंटों में लगभग 44 हजार नये मरीज सामने आये और लगभग 38 हजार लोग उपचार के बाद स्वस्थ हुए। अब तक 86 लाख 42 हजार से अधिक लोग संक्रमण से स्वस्थ हुए हैं। स्वस्थ होने की औसत बेहतर होकर 93 दशमलव सात-दो प्रतिशत हो गयी है। देश में इस समय संक्रमण के चार लाख 44 हजार 746 सक्रिय मरीज हैं जो कुल मरीजों का केवल चार दशमलव आठ-दो प्रतिशत है।
इस समय कोविड से होने वाली मृत्यु दर एक दशमलव चार-छह प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में चार सौ 81 लोगों की मौत हुई है।
देश में पिछले 24 घंटों में कोविड के लगभग 11 लाख 60 हजार जांच की जा चुकी है। अब तक लगभग 13 करोड 49 लाख जांच हो चुकी है। केन्द्र सरकार और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने जांच की संख्या चरणबद्ध ढंग से बढा दी है। देश में इस समय जांच क्षमता प्रतिदिन 15 लाख तक पहुंच गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में अपने विचार साझा करेंगे। यह इस मासिक रेडियो कार्यक्रम की 71 वीं कडी़ होगी।
इसे आकाशवाणी और दूरदर्शन के सभी केंद्र प्रसारित करेंगे और यह आकाशवाणी समाचार की वेबसाइट WWW.NEWS ON AIR.COM और मोबाइल ऐप NEWS ON AIR पर भी उपलब्ध होगा।
प्रधानमंत्री के संबोधन के तुरंत बाद आकाशवाणी से यह कार्यक्रम प्रादेशिक भाषाओं में भी प्रसारित किया जाएगा। प्रादेशिक भाषाओं में रात आठ बजे इसे दोबारा सुना जा सकेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मौलाना कल्बे सादिक के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उनके परिजनों और प्रियजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मौलाना कल्बे सादिक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि मौलाना ने सामाजिक सदभाव और भाईचारे के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी कल उत्तर प्रदेश में राजमार्ग की 16 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाएं पर लगभग 7 हजार 5 सौ करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। इस परियोजना के तहत राज्य में 5 सौ 5 किलोमीटर लम्बी सड़कों का निर्माण किया जायेगा, जिससे राज्य में बेहतर संपर्क, सुविधा और आर्थिक विकास को बढावा मिलेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में आवश्यक सेवा सरंक्षण अधिनियम- एस्मा लागू कर दिया है। इस संबंध में जारी आदेश में कहा गया है कि यह कानून छह महीने तक लागू रहेगा।
उत्तर प्रदेश अत्यावश्यक सेवाओं का अनुरक्षण अधिनियम के अंतर्गत रेल हवाई यातायात डाक और तार विभाग सहित अन्य आवश्यक सेवाओं से जुड़े कर्मचारी हड़ताल पर नहीं जा सकेंगे इस अधिनियम के तहत सरकारी विभागों निगमों और विकास प्राधिकरण में भी हड़ताल प्रतिबंधित रहेगी। इससे पहले इसी साल 22 मई को सरकार ने 6 महीनों के लिए प्रदेश में एस्मा लागू किया था सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक राज्य सरकार सार्वजनिक हित में इसे जरूरी और अत्यावश्यक मानती है। राज्य में हाल ही में कोरोनावायरस के मामलों में तेजी आई है और इस निर्णय को ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए उठाए गए कदम के तौर पर देखा जा रहा है। सुशील चन्द्र तिवारी / आकाश्वाणी समाचार / लखनउ।
बिहार विधानसभा में एनडीए उम्मीदवार विजय कुमार सिन्हा को आज नया अध्यक्ष चुना गया। विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने नए अध्यक्ष के चुनाव परिणाम की घोषणा करते हुए बताया कि विजय कुमार सिन्हा को 126 मत मिले जबकि महागठबंधन के उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी को 114 मत मिले।
जम्मू-कश्मीर में समन्वित बाल विकास सेवा --आई.सी.डी.एस. ने आज श्रीनगर में एक दिवसीय पोषण अभियान क्षमता निर्माण कार्यशाला आयोजित की, जिसमें बाल विकास परियोजना अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जम्मू-कश्मीर के समाज कल्याण विभाग में प्रधान सचिव ने कहा कि स्वस्थ समाज के लिए प्रत्येक नागरिक को एनीमिया यानी खून की कमी और इससे जुड़ी बीमारियों तथा विकारों से बचाना आवश्यक है।
राष्ट्र कल संविधान दिवस मनायेगा। यह दिन देशभर में राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी जाना जाता है और देश में संविधान को अपनाये जाने का स्मरण कराता है। 26 नवंबर 1949 को, देश की संविधान सभा ने वर्तमान संविधान को विधिवत रूप से अंगीकार किया था और जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने वर्ष 2015 में, 26 नवंबर को 'संविधान दिवस' के रूप में मनाने के सरकार के निर्णय को अधिसूचित किया था।
आकाशवाणी का समाचार सेवा प्रभाग इस अवसर पर 17 दिसम्बर, 1946 को संविधानसभा में डॉक्टर भीमराव आम्बेडकर के भाषण का एक अंश प्रस्तुत कर रहा है।
71वें संविधान दिवस के अवसर पर कल सूचना और प्रसारण मंत्रालय का फिल्म प्रभाग अपने वेबसाइट और यू टयूब चैनल पर संविधान पर चार विशेष फिल्में स्ट्रीमिंग के जरिये प्रसारित करेगा।
न्यूजीलैंड क्रिकेट के प्रमुख ग्रेग बारक्ले को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद- आई.सी.सी. का नया अध्यक्ष चुना गया है। बारक्ले ने सिंगापुर के इमरान ख्वाजा को पीछे छोड़कर यह पद हासिल किया। बारक्ले भारत के शशांक मनोहर की जगह लेंगे।
निर्यात के लिए विशेष रूप से तैयार की गई दक्षिण-पश्चिम रेलवे की पहली मालगाड़ी कल कर्नाटक के होसूर स्टेशन से बांग्लादेश के लिए रवाना हुई। 25 डिब्बों वाली इस मालगाड़ी पर 100 हल्के वाणिज्यिक वाहन लादे गए हैं। यह मालगाड़ी 2121 किलोमीटर की दूरी पूरी करके बांग्लादेश के बेनापोल रेलवे स्टेशन पहुंचेगी।
चालू वित्त वर्ष के दौरान, दक्षिण-पश्चिम रेलवे नेपाल स्थित नौतनवा के लिए भी दो निर्यात मालगाड़ियां रवाना कर चुका है।
जम्मू-कश्मीर में कश्मीर घाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार बर्फबारी की खबर है, जबकि मैदानी इलाकों में आज सुबह से लगातार बारिश हो रही है।
खबरों के अनुसार सीमावर्ती करनाह को कुपवाड़ा से जोड़ने वाले साधना दर्रे में चार फुट बर्फ जमा हो गई है।