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कोविड महामारी से देश एकजुट होकर लड़ रहा है। आप भी हमारे साथ सुरक्षा और बचाव के तीन आसान उपायों का संकल्प लें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार ने देश में कोविड महामारी के दौरान बहुत कम समय में एक मजबूत स्वास्थ्य ढांचा तैयार किया है। स्वास्थ्य क्षेत्र के बारे में आयोजित एक वेबिनार में आज श्री मोदी ने कहा कि इस दौरान भारत की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में दुनिया का विश्वास एक नए स्तर पर पहुंच गया है।
बीता वर्ष एक तरह से देश के लिए, दुनिया के लिए, पूरी मानव जाति के लिए और खासकर के हेल्थ सेक्टर के लिए, एक प्रकार से अग्नि परीक्षा की तरह रहा है। मुझे खुशी है कि आप सभी देश का हेल्थ सेक्टर इस अग्नि परीक्षा में हम सफल हुए हैं, अनेकों की जिंदगी बचाने में हम कामयाब रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बजट में अभूतपूर्व आवंटन किया गया है जो इस बात का प्रमाण है कि सरकार प्रत्येक देशवासी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
हम पार्लियामेंट में तो चर्चा करते हैं। पहली बार बजट की चर्चा संबंधित लोगों से हम कर रहे हैं। बजट की पूर्व चर्चा करते हैं तब सुझाव की होती हैं। बजट के बाद चर्चा करते हैं तब समाधान की होती हैं। और इसलिए आइए हम मिल करके समाधान निकालें, हम मिल करके बहुत तेज गति से आगे बढ़ें और हम सब मिल करके चलें। सरकार और आप अलग नहीं हैं।
श्री मोदी ने कहा कि कोविड महामारी जैसी स्थिति से भविष्य में प्रभावी ढंग से निपटने के लिए स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी क्षेत्र के समन्वित प्रयासों से कोरोना जांच के लिए प्रयोगशालाओं का व्यापक नेटवर्क तैयार किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश बढाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र पर 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार होगा और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। प्रधानमंत्री-आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे देश में मजबूत स्वास्थ्य ढांचा तंत्र तैयार होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार लोगों को स्वस्थ रखने के लिए चार मोर्चों पर एक साथ काम कर रही है।
भारत को स्वस्थ रखने के लिए हम 4 मोर्चों पर एक साथ काम कर रहे हैं। पहला मोर्चा है, Prevention of illness और Promotion of Wellness. दूसरा मोर्चा, गरीब से गरीब को सस्ता और प्रभावी इलाज देने का है। आयुष्मान भारत योजना और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र जैसी योजनाएं यही काम कर रही हैं। तीसरा मोर्चा है, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की Quantity और Quality में बढ़ोतरी करना। चौथा मोर्चा है, समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड पर, फोकस तौर पर और समय सीमा में हमें काम करना है।
श्री मोदी ने कहा कि भारत ने वर्ष 2025 तक देश से टीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की नजरें भी भारत की ओर हैं।
विश्व स्वास्थ्य सेंटर- डब्ल्यू. एच. ओ. भारत में अपना ग्लोबल सेंटर ऑफ ट्रेडिशन्ल मेडिसिन भी शुरू करने जा रहा है। ऑलरेडी उन्होंने अनाउंसमेंट कर दिया है। भारत सरकार उसकी प्रक्रिया भी कर रही है। ये जो मान-सम्मान मिला है इसको हमें दुनिया तक पहुंचाना हमारा दायित्व बनता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य शिक्षा प्राप्त करने के लिए भारत में दुनियाभर से विद्यार्थियों के आने की संभावनाएं बढ़ रही हैं।
हमारे मेडिकल एजुकेशन सिस्टम पर भी स्वाभाविक रूप से लोगों का ध्यान जाएगा, उस पर भरोसा बढ़ेगा। आने वाले दिनों में दुनिया के और देशों से भी मेडिकल एजुकेशन के लिए, भारत में पढ़ाई करने के लिए विद्यार्थियों के आने की संभावना भी बढ़ने वाली है। और हमें इसे प्रोत्साहित भी करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति करने में भी भारत सक्षमता की ओर बढ रहा है।
कोरोना के दौरान हमने वेंटिलेटर और अन्य सामान बनाने में जो महारत हासिल कर ली है। इसकी वैश्विक डिमांड पूरी करने के लिए भी भारत को तेजी से काम करना होगा। क्या भारत ये सपना देख सकता है कि दुनिया को जिस-जिस आधुनिक मेडिकल इक्विपमेंट की आवश्यकता है वो कॉस्ट इफेक्टिव कैसे बने? भारत ग्लोबल सप्लायर कैसे बने? और अफॉरडेबल व्यवस्था होगी, सस्टेनेबल व्यवस्था होगी, यूजर फ्रेंडली टेक्नॉलॉजी होगी; मैं पक्का मानता हूं दुनिया की नजर भारत की तरफ जाएगी और हेल्थ सेक्टर में जरूर जाएगी।
रक्षा खरीद परिषद ने आज भारतीय थलसेना, नौसेना और वायुसेना के लिए विभिन्न हथियार, हथियार प्लेटफॉर्म, उपकरण और प्रणाली खरीदने के लिए पूंजीगत अधिग्रहण प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। परिषद ने कुल 13 हजार सात सौ करोड़ रुपये लागत के प्रस्तावों को स्वीकृति दी। ये सब स्वीकृतियां सर्वोच्च प्राथमिकता वाली श्रेणी के हथियारों, उपकरणों और प्रणालियों के लिए प्रदान की गई हैं और इनमें रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-डीआरडीओ द्वारा विकसित हथियार, प्रणालियां और प्लेटफॉर्म भी शामिल हैं। सरकार के आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और इसे व्यवस्थित तथा त्वरित बनाने के लिए नई व्यवस्था के तहत यह कदम उठाए गए हैं। रक्षा खरीद परिषद ने सभी पूंजीगत अधिग्रहण अनुबंधों को दो वर्ष के भीतर पूरा करने की भी अनुमति दी है। इस संबंध में रक्षा मंत्रालय सेना के तीनों अंगों और सभी सम्बद्ध पक्षों के साथ परामर्श कर विस्तृत कार्ययोजना तैयार करेगा।
विदेशमंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर ने कहा है कि मानवाधिकार के मुद्दे के सामने अब भी आतंकवाद सहित कई बड़ी चुनौतियां हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकर परिषद के 46वें सत्र में उच्च स्तरीय बैठक में डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि दुनिया में चाहे असमानता का सवाल हो, या सशस्त्र संघर्ष का, मानवाधिकार संबंधी चुनौतियां लगातार चिंता का विषय बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के प्रकोप ने दुनिया के कई भागों में स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए उन्होंने जहां एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया, वहीं बहुपक्षीय संगठनों और प्रणालियों में सुधार को भी जरूरी बताते हुए चुनौतियों से कारगर तरीके से निपटने को भी कहा।
डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे गंभीर चुनौती है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता के खिलाफ बहुत बड़ा अपराध है जो मनुष्य के सबसे महत्वपूर्ण मौलिक अधिकार, यानी जीवन के अधिकार का उल्लंघन करता है। उन्होंने कहा कि भारत एक अर्से से आतंकवाद से पीडि़त रहा है और इसके खिलाफ वैश्विक संघर्ष में अग्रिम पंक्ति में खड़ा है। विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले महीने भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के समक्ष आतंकवाद से निपटने के लिए आठ सूत्री कार्ययोजना पेश की थी। उन्होंने कहा कि भारत अपनी कार्ययोजना पर अमल सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा परिषद के सदस्यों और अन्य देशों के साथ मिलकर कार्य करना जारी रखेगा। डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि भारत ने दुनियाभर में मानवाधिकारों के संरक्षण और संवर्धन में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि समूची मानवता के कल्याण के प्रति भारत की वचनबद्धता वसुधैव कुटुम्बकम् के हमारे सभ्यतागत जीवन मूल्य से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि यही वह मूल्य हैं जिससे हमारा मानवाधिकारों का संवैधानिक और वैधानिक ढांचा निर्मित हुआ है।
भारत और मारीशस ने विस्तृत आर्थिक सहयोग और साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। भारत द्वारा अफ्रीका के किसी देश के साथ हुआ यह इस तरह का पहला व्यापारिक समझौता है। यह एक सीमित समझौता है जिसके अंतर्गत वस्तुओं का व्यापार, व्यापारिक सेवाएं, व्यापार में तकनीकी बाधाएं, स्वच्छता और वनस्पतियों से संबंधित मुद्दे, विवाद समाधान, दूरसंचार, वित्तीय सेवाएं, सीमा शुल्क प्रक्रिया और कुछ अन्य क्षेत्रों में सहयोग शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 21वीं सदी के भारत की आवश्यकताएं और आकांक्षाएं बदल गई है और अब भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों को स्वदेशी प्रौद्योगिकी संस्थानों के रूप में नई पहचान बनानी होगी।
21वीं सदी के भारत की स्थिति भी बदल गई है, ज़रूरतें भी बदल गई हैं और एसपिरेशन्स भी बदल गई हैं। अब आईआईटीज को इंडियन इंस्टीट्यूट्स ऑफ टेक्नॉलॉजी ही नहीं, इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिजीनियस टेक्नॉलॉजी के मामले में नेक्ट लेवल पर ले जाने की जरूरत है। हमारी आईआईटीज जितना ज्यादा भारत की चुनौतियों को दूर करने के लिए रिसर्च करेंगी, भारत के लिए समाधान तैयार करेंगी, उतना ही वो ग्लोबल एप्लीकेशन का भी माध्यम बनेंगी।
खड़गपुर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के 66वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के रास्ते में कोई शॉर्टकट नहीं है। यहां तक कि अगर कोई सफल नहीं भी होता है तब भी वह कुछ नया सीखता है क्योंकि असफलता ही सफलता का आधार होती है। प्रधानमंत्री ने छात्रों को सेल्फ-थ्री बनने की सलाह दी।
जीवन के जिस मार्ग पर अब आप आगे बढ़ रहे हैं, उसमें निश्चित तौर पर आपके सामने कई सवाल भी आएंगे। ये रास्ता सही है, या गलत है? नुकसान तो नहीं हो जाएगा? समय बर्बाद तो नहीं हो जाएगा? ऐसे बहुत से सवाल आपके दिल दिमाग को जकड़ लेंगे। इन सवालों का उत्तर है- सेल्फ थ्री मैं सेल्फी नहीं कह रहा हूं, मैं कह रहा हूं सेल्फ थ्री। यानि सेल्फ अवेयरनेस, सेल्फ कॉन्फीडेन्स और जो सबसे बड़ी ताकत होती है वो है सेल्फलेस-नेस। आप अपने सामर्थ्य को पहचानकर आगे बढ़ें, पूरे आत्मविश्वास से आगे बढ़ें और निःस्वार्थ भाव से आगे बढ़ें।
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि धैर्य से हर काम में सफलता पाई जा सकती है।
हमारे यहां कहा गया है-शनैः पन्थाः शनैः कन्था शनैः पर्वतलंघनम। शनैर्विद्या शनैर्वित्तं पञ्चतानि शनैः शनैः ॥ यानि जब रास्ता लंबा हो, चादर की सिलाई हो, पहाड़ की चढ़ाई हो, पढ़ाई हो या जीवन के लिए कमाई हो, इन सभी के लिए धैर्य दिखाना होता है, धीरज रखना होता है। विज्ञान ने सैकड़ों साल पहले की इन समस्याओं को आज काफी सरल कर दिया है। लेकिन नॉलेज और साइंस के प्रयोग, इनको लेकर ये कहावत धीरे-धीरे धीरज से, ये कहावत आज भी उतनी ही शाश्वत है।
मैंने तो एक बार कहा भी था मैं आईआईटी के स्टूडेंट्स के सामने जरूर कहूंगा कि अगर मान लीजिए हम क्लीन कुकिंग की मूवमेंट चलाएं और सोलर के आधार पर ही घर में चूल्हा जलता हो और सोलर के आधार पर ही घर के लिए आवश्यक एनर्जी स्टोरेज की बैटरी की व्यवस्था हम बना सकते हैं। आप देखिए हिन्दुस्तान में 25 करोड़ घरों में चूल्हे हैं। 25 करोड़ का मार्केट है। अगर इसमें सफलता मिल गई तो जो इलैक्ट्रानिक व्हीकल के लिए सस्ती बैटरी की जो खोज हो रही है वो उसको क्रॉस सब्सीडाईज कर देगा। अब ये काम आई आई टी के नौजवानों से बढ़कर के कौन कर सकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अब तक देश में एक करोड 19 लाख से अधिक लोगों को कोविड टीका लगाया जा चुका है। टीकाकरण के अभियान के 39वें दिन आज शाम छह बजे तक एक लाख 61 हजार आठ सौ चालीस लोगों को कोविड टीका दिया जा चुका है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने नई दिल्ली में बताया कि 12 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों में 75 प्रतिशत से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक दी गई। उन्होंने बताया कि देश में मरीजों की संख्या अब डेढ लाख से नीचे आ गई है, जो कुल मरीजों का एक दशमलव तीन-चार प्रतिशत है। इसमें लगातार कमी आ रही है। उन्होंने बताया कि कुल मरीजों का 75 प्रतिशत केवल दो राज्यों महाराष्ट्र और केरल में है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि केन्द्र सरकार पचास वर्ष से अधिक आयु वाली तीसरी श्रेणी के लिए भी टीकाकरण अभियान शुरू करने वाली है। नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डॉ.वी.के. पॉल ने बताया कि एक सौ 87 लोगों में ब्रिटेन वाला स्ट्रेन, छह लोगों में दक्षिण अफ्रीका का तथा एक व्यक्ति में ब्राजील वाला स्ट्रेन मिला है।
डॉ पॉल ने कहा कि महाराष्ट्र और केरल के कुछ जिलों में अचानक संक्रमण के बढे मामले इन बाहरी स्ट्रेन के कारण हैं।
डॉ. पाल ने कोविड वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का कडाई से पालन करने पर जोर दिया।
देश में कोविड से स्वस्थ होने की दर 97 दशमलव दो-चार प्रतिशत हो गई है। पिछले 24 घंटे के दौरान 13 हजार 255 रोगी स्वस्थ हुए। अब तक एक करोड सात लाख 12 हजार लोग ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान दस हजार 584 नये मामलों की पुष्टि हुई। देश में करीब एक लाख 47 हजार सक्रिय मामले हैं जो कुल मामलों का केवल एक दशमलव तीन-चार प्रतिशत है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई महानगर क्षेत्र के निगम आयुक्तों के साथ कोरोना की स्थिति पर आज समीक्षा बैठक की। उन्होंने वाशिम जिला प्रशासन से एक धार्मिक स्थान पर बडी संख्या में लोगों को इक्ट्ठा करने के लिए आयोजकों के खिलाफ कडी कार्रवाई करने को भी कहा है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को नियंत्रण करने के लिए विभिन्न एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं।
औरंगाबाद शहर में आज से 14 मार्च तक नाइट कर्फ्यू की घोषणा की गई है। जालना जिले में स्कूल, कॉलेज तथा सभी शैक्षणिक संस्थान 31 मार्च तक बंद रहेंगे। लेकिन यहां 10 वीं तथा 12 वीं की कक्षाएं शुरू रहेंगी। जालना जिले में दहीवडी गांव एवं आसपास के क्षेत्र को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है। लोगों का जमाव टालने के लिए विभिन्न संस्थाओ ने अपने कार्यक्रम रद्द किए है। लेकिन महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने यह स्पष्ट किया है कि दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षाएं ऑफलाइन ही होंगी। जीवन भावसार, आकाशवाणी समाचार, मुंबई।
बैंगलुरु के कुछ इलाकों में कोविड संक्रमण के अचानक नये मामले बढने के बाद बृहत बैंगलुरु महानगर पालिके ने सतर्कता बढा दी है। बैंगलुरु में संक्रमण के कुछ स्थानों में फैलने की जानकारी 15 फरवरी को मिली थी, जब अपार्टमेंट ब्लॉकों में एक सौ तीन लोग कोविड संक्रमित पाए गए थे। हमारे संवाददाता ने बताया है कि एक नर्सिंग कॉलेज में भी चालीस लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई।
बेंगलुरु नगर में अभी तक चालीस हजार नौ सौ 43 पॉजिटिव केसेज मालूम हुए हैं। जिनमें से चार हजार तीन सौ 84 एक्टिव हैं इनके अलावा सात हजार चार सौ 84 लोग एक्टिव क्वरंटाइन में हैं। पिछले सात दिनों में एक हजार सात सौ 31 नए केस पता चले हैं और रिकवरी रेट 97 दशमलव आठ प्रतिशत है। बेंगलुरु का पॉजिटिविटी रेट एक दशमलव दो प्रतिशत और केस विटेलिट रेट एक दशमलव एक प्रतिशत है। हर दिन बीस हजार से ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं और कल 23 हजार चार सौ 25 टेस्ट किए गए थे। सुधीन्द्रा, अकाशवाणी समाचार, बेंगलुरु।
मध्य प्रदेश तथा उसके पडोसी राज्य महाराष्ट्र में प्रतिदिन कोविड के नये मामलों के बढने को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों में सतर्कता बढा दी है। ब्यौरा हमारी संवाददाता से...
इंदौर और भोपाल में कोविड मामलों में बढ़ोतरी के चलते दोनों शहरों में मास्क का उपयोग अनिवार्य कर दिया गया है और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सख्त जाँच की जा रही है। जिला कलेक्टर बालाघाट दीपक आर्य ने बताया कि जिलें में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाया गया है और एक स्थान पर पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा न होने के संबंध में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं। महाराष्ट्र से सटे सभी जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में, ग्रामीण विकास विभाग सहित अन्य सभी विभागों ने कोरोना के खिलाफ जागरूकता प्रचार और रोको-टोको अभियान जैसी गतिविधियां तेज़ कर दी हैं। पूजा पी वर्धन , आकाशवाणी समाचार भोपाल।
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तेलंगाना सरकार ने कोविड लॉकडाउन के बाद कल से छठी, सातवीं और आठवीं कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है। स्कूलों को कोविड-19 दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करना होगा और छात्रों को कक्षाओं में उपस्थित होने के लिए अभिभावकों की सहमति अनिवार्य होगी।
झारखंड में पहली मार्च से 8वीं, 9वीं और 11वीं कक्षाओं के लिए स्कूल खुल रहे हैं। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया-एसओपी जारी की है। नए दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य सरकार ने पहली मार्च से कक्षाओं में उपस्थित होने वाले विद्यार्थियों के स्वास्थ्य, स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
आकाशवाणी का समाचार सेवा प्रभाग आज अपने फोन-इन कार्यक्रम में, कोविड पर विशेष परिचर्चा प्रसारित करेगा। रायपुर में पंडित जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ0 ओ.पी. सुंदरानी, चर्चा में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम को आज रात साढ़े नौ बजे से एफ.एम. गोल्ड और अतिरिक्त मीटरों पर सुना जा सकता है। श्रोता टोल फ्री टेलीफोन नंबर:- 1 8 0 0 - 1 1 5 7 6 7 और लैंडलाइन टेलीफोन नंबर:- 0 1 1 : 2 3 3 1- 4 4 4 4 पर पर विशेषज्ञों से सवाल पूछ सकते हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज गांधीनगर में गुजरात केन्द्रीय विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने विद्यार्थिंयों से समाज के सभी लोगों के प्रति संवेदनशीलता और सम्मान का भाव रखने का आग्रह किया। उन्होंने विद्यार्थिंयों से लोककल्याण के कार्य करने को भी कहा। राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा का लाभ व्यक्ति के साथ-साथ समाज और राष्ट्र को भी मिलना चाहिए। राष्ट्रपति कोविंद ने मानवीय संवेदनाओं और नैतिकता पर आधारित भारतीय जीवन मूल्यों पर बल देते हुए, अपनी महान परंपराओं को कायम रखने का आग्रह किया।
भारतीय जनता पार्टी गुजरात में अहमदाबाद सहित छह प्रमुख नगर-निगमों के चुनाव में फिर से सत्ता में बने रहने के काफी पास पहुंच गई है। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि भारतीय जनता पार्टी, इन छह नगर निगमों की कुल 575 सीटों में से 325 पर चुनाव जीत चुकी है। कांग्रेस ने 36 सीटें जीती हैं। मतगणना अभी जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नगर निगम चुनावों में भाजपा को समर्थन देने और उसपर भरोसा करने के लिए गुजरात के लोगों का आभार व्यक्त किया है। श्री मोदी ने कहा है कि गुजरात में नगर निगम चुनावों के नतीजों से यह बात स्पष्ट हो जाती है कि राज्य के लोगों की विकास और सुशासन की राजनीति पर अटल आस्था है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि गुजरात में राज्य के लोगों ने एक बार फिर पार्टी में अपना विश्वास जताया है। श्री शाह ने कहा कि विपक्ष ने किसान विरोध प्रदर्शनों और कोविड जैसे कई मुद्दों को लेकर कई तरह की भ्रांतियां पैदा करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि पार्टी के पक्ष में लगातार चुनाव नतीजों ने लेह-लद्दाख से हैदराबाद तथा गुजरात तक इन भ्रांतियों को खत्म कर दिया है। श्री शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल चुनाव के परिणाम भी पार्टी के लिए अच्छे होंगे।
भारत और इंग्लैंड के बीच चार क्रिकेट टेस्ट मैचों की श्रृंखला का तीसरा मैच कल से अहमदाबाद के सरदार पटेल मोटेरा स्टेडियम में खेला जायेगा। ये मैच दिन रात्रि का होगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी उपस्थित रहेंगे। एक रिपोर्ट -
आकाशवाणी से मैच का आंखों देखा हाल दिन में दो बजे से एफएम रेनबो और अतिरिक्त मीटरों पर प्रसारित किया जायेगा। भारत और इंग्लैंड एक-एक मैच जीत कर श्रृंखला में बराबरी पर हैं।